औरंगाबाद में व्यवसाई के साथ हो गया खेला, सोने के सिक्के के चक्कर में लुटा बैठे 10 लाख

औरंगाबाद. बिहार के औरंगाबाद में शातिर चोरों ने व्यवसाई को सोने का सिक्का बोल पीतल बेचकर 10 लाख रुपए से अधिक की ठगी कर लिया है. यह कोई फिल्म की कहानी नहीं बल्कि हकीक़त है. जिले के अंबा प्रखंड में दुकानदार अवधेश विश्वकर्मा बाइक पार्ट्स का दुकान चलाते हैं. दो शातिर ठग दुकानदार के पास आता है और चांदी का सिक्का दिखाकर बोलता है इसे बेचना है.

इसके अलावा पास में सोनो का भी सिक्का है और उसे भी बेचना है. दुकानदार ठग के झांसे में आकर अपना 10 लाख लुटा बैठा. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

सोने का सिक्का बोल थमा गए पीतल

दुकानदार अवधेश विश्वकर्मा ने बताया कि दोनों ठग नाना और नाती बनकर दुकान पर आए थे. शुरुआत में मुझे शक हुआ तो मैने कहा कि बिक जाएगा, लेकिन पहले जांच कराएंगे. उसमें से एक ठग ने बोला कि ठीक हैं हम लाकर देंगे. अगले दिन ठग द्वारा एक सोने का सिक्का लाकर दिया गया, जांच के बाद वह सिक्का शुद्ध सोना निकला. ठग ने कहा कि ऐसे और भी सिक्के उसके पास है.

डाल्टेनगंज में ठग ने दिया सिक्का

ठग ने दुकानदार को बताया कि वह टाइल मिस्त्री है और घर-घर टाइल्स मार्बल लगाने का काम करता है. काम करने के दौरान उसे सोने के सिक्के से भरा बैग मिला है और उसे अब बेचना चाहता है. दुकानदार अवधेश विश्वकर्मा ने बताया कि लालच में पड़करउससे खरीदने की सोची और तय हुआ कि 10 लाख रुपए में सोने के सिक्के खरीदना है. दोनों ठगों ने खरीद के लिए झारखंड के डाल्टनगंज में बुलाया. कर्ज़ लेकर दुकानदार अवधेश विश्वकर्मा डाल्टनगंज पहुंचा, जहां दोनों ठगों ने इसे आधा किलो सोने का सिक्का दिया.

जांच में जुटी अंबा पुलिस

दुकानदार अवधेश विश्वकर्मा ने बताया कि जब घर आकर उसे बेचना चाहा तो पता चला कि वह सोने का सिक्का नहीं बल्कि पीतल है. घटना के बाद इसकी सूचना पुलिस को दिया तो पता चला कि इसी तरह के दो और वारदात औरंगाबाद के अंबा में हुए हैं, जहां ठगों ने एक फर्नीचर कारोबारी और एक वकील से सोने का खजाना और ओरिजनल मोती बोल लाखों रुपए की ठगी किया है. हालांकि इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है और जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है.

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