आज भी संसद में हंगामे के आसार
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अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले भारतीयों को भेजने के डोनाल्ड ट्रंप सरकार के तरीके को लेकर विपक्ष ने गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया। साथ ही इस मुद्दे पर सरकार की चुप्पी पर सवाल खड़े किए। विपक्षी सांसदों ने इस दौरान संसद परिसर में हाथ में हथकड़ी डालकर विरोध प्रदर्शन भी किया और सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।
आज भी मचेगा हंगामा
हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी। वहीं, आज भी दोनों सदनों के चलने के कुछ भी आसार नजर नहीं आ रहे हैं। गुरुवार को राज्यसभा में इस मुद्दे पर विदेश मंत्री की ओर से बयान देने के आश्वासन के बाद विपक्ष ने सदन की कार्यवाही चलने दी, जबकि लोकसभा में विपक्ष का हंगामा जारी रहा। दोनों सदनों में गुरुवार को इस मुद्दे पर हंगामा तब शुरू हुआ, जब लोकसभा में प्रश्नकाल और राज्यसभा में शून्यकाल चल रहा था।
अभी तो 104 लोगों को निकाला गया ह- कांग्रेस
विपक्ष ने दोनों सदनों में एकजुट होकर भारतीयों के साथ अमेरिका की ओर से किए गए अमानवीय व्यवहार को लेकर गहरी नाराजगी जताई गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष को समझाने की कोशिश की और कहा कि यह दूसरे देश से जुड़ा विषय है। सरकार इस मुद्दे को देख रही है। वह भारतीय हितों के साथ है। लेकिन विपक्ष हंगामे पर अड़ा रहा।
राज्यसभा में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अभी तो 104 लोगों को निकाला गया है, जबकि अमेरिका में साढ़े सात लाख भारतीय रहते हैं। इनमें बड़ी संख्या में छात्र हैं। क्या उनके साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया जा रहा है। सरकार को इस पर सफाई देनी चाहिए।उन्होंने कहा कि कोलंबिया जैसा देश जब अमेरिका को आंख दिखा सकता है तो भारत क्यों नहीं। हंगामा करने वालों में कांग्रेस, सपा, तृणमूल, द्रमुक, शिवसेना उद्धव गुट और आप के सांसद शामिल थे।
भारतीय नागरिकों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे- मल्लिकार्जुन
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘हम आइएनडीआइए की पार्टियां भारतीय नागरिकों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। मोदी सरकार को डिपोर्टेशन पर विस्तृत बयान देना चाहिए और बताना चाहिए कि सैन्य विमान को हमारी धरती पर लैंडिंग की अनुमति देने के बजाय हमने भारतीयों को गरिमा एवं सम्मान से वापस लाने के लिए अपने विमान क्यों नहीं भेजे।’आपबीती सुना रहे अमेरिका से आए एक व्यक्ति का वीडियो साझा करते हुए राहुल गांधी ने एक्स पर कहा, ‘प्रधानमंत्री जी इस व्यक्ति की पीड़ा को सुनिए। भारतीय गरिमा एवं मानवता के हकदार हैं, हथकडि़यों के नहीं।’
प्रियंका गांधी वाड्रा ने संसद परिसर में केंद्र पर साधा निशाना
वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने संसद परिसर में कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप की दोस्ती की काफी बातें होती है। क्या उन सभी को वापस लाने के लिए हम अपना विमान नहीं भेज सकते थे? प्रधानमंत्री ने ऐसा क्यों होने दिया? क्या इसी तरह आप लोगों के साथ व्यवहार करते हैं कि आप उन्हें जंजीरों में बांधकर भेजते हैं। प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए, यह कोई तरीका नहीं है।’
अखिलेश यादव ने कही ये बात
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘सवाल सिर्फ यह नहीं है कि इन भारतीयों को अमानवीय स्थितियों में वापस भेजा जा रहा है। उन्होंने लोगों को सपना दिखाया था कि भारत विश्वगुरु बनने जा रहा है। अब वे सभी चुप हैं। सरकार ने महिलाओं एवं बच्चों को अमानवीय व्यवहार से बचाने के लिए कुछ नहीं किया।’शिवसेना यूबीटी की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जिस तरह भारतीयों को हथकडि़यां लगाकर वापस भेजा गया, वह शर्मनाक है। यह भारत का अपमान है। वे अवैध अप्रवासी अपराधी नहीं थे, वे वहां बेहतर जीवन के लिए गए थे क्योंकि हमारी सरकार उन्हें अवसर उपलब्ध कराने में विफल रही।
मायावती ने भारतीयों के साथ अमेरिकियों के व्यवहार की निंदा की
बसपा प्रमुख मायावती ने एक्स पर कहा कि अमेरिका से भारतीयों को सैन्य विमान में हथकडि़यां लगाकर लाना बेहद दुखद और चिंता का विषय है, इसने देश के गौरव को आहत किया है। इस मामले में केंद्र सरकार के बयान को उन्होंने लीपापोती बताया और कहा कि जिन स्थितियों में भारतीयों को वापस लाया गया, वो कैदियों से भी बदतर थीं। वामपंथी दलों ने भी भारतीयों के साथ अमेरिकियों के व्यवहार की निंदा की और इसे अस्वीकार्य बताया। उन्होंने इस पर आपत्ति नहीं जताने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की।
जयशंकर के बयान का भी किया विरोध
विदेश मंत्री जयशंकर के बयान के विरुद्ध भी विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इनमें राहुल गांधी, अखिलेश यादव, धर्मेंद्र यादव, मल्लिकार्जुन खरगे और केसी वेणुगोपाल शामिल थे।