जम्मू: महिलाओं को सबल बनाने का संकल्प निभा रही ‘मिशन शक्ति’ की टीम
मिशन शक्ति ने जम्मू की महिलाओं को शिक्षा, रोजगार, सरकारी सहायता और आत्मनिर्भरता के अवसर प्रदान कर तीन सालों में 4,000 से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाया है।
तीन सालों से मिशन शक्ति की टीम जम्मू की महिलाओं को सशक्त बनाने का संकल्प निभा रही है। फरवरी 2022 में स्थापना के बाद से जिले की 4,000 से ज्यादा महिलाएं मिशन शक्ति के जरिए लाभ प्राप्त कर चुकीं हैं। इनमें से कुछ महिलाओं तो ऐसी भी हैं, जो सरकारी मदद के जरिए खुद का रोजगार स्थापित करने के बाद दूसरी महिलाओं को भी रोजगार मुहैया करा रहीं हैं।
मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को पढ़ाई-लिखाई और रोजगार के अलावा कई मूलभूत सुविधाएं दिलाने में भी मदद की जाती है।
मदद के कुछ उदाहरण
फास्ट फूड बनाने की ट्रेनिंग के बाद खोली खुद की दुकानमिशन शक्ति ने एसबीआई बैंक के जरिए बिश्नाह तहसील के एक गांव में महिलाओं को फास्ट फूड बनाने की ट्रेनिंग दिलवाई। गांव की कई महिलाओं ने ट्रेनिंग में हिस्सा लेकर फास्ट फूड बनाना सीखा। इसके बाद दो महिलाओं ने मिशन शक्ति की मदद से सरकारी लोन प्राप्त किया। अब दोनों महिलाओं ने बिश्नाह में फास्ट फूड की दो दुकानें खोली हैं। दोनों महिलाएं चार लोगों को रोजगार भी दे रहीं हैं।
सरकारी मदद मिलने के बाद बना रहीं खिलौनेजिले के सरोर में मिशन शक्ति की और से जागरूकता शिविर लगाया गया। इसमें सरकार की ओर से महिलाओं के लिए चलाई जा रहीं विभिन्न ऋण योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद सरोर निवासी नीरू कुमारी ने लोन के लिए आवेदन किया। मिशन शक्ति ने लोन के लिए जरूरी दस्तावेज पूरे करवाने और बाकी औपचारिकताओं में नीरू की मदद की। लोन से मिले पैसों ने खिलौने बनाने का कारोबार शुरू किया है।
महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षण और सबल बनाना है लक्ष्य
मिशन शक्ति की जिला समन्वयक शगुन मनचंदा ने बताया कि मिशन शक्ति केंद्र सरकार की एक योजना है। इसके तहत बनाए गए महिला सशक्तिकरण केंद्र या संकल्प हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वुमन के नाम से जाना जाता है। इसका मकसद महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा, संरक्षण और सशक्तिकरण करना है।
इसके तहत सरकार द्वारा चलाई जा रहीं महिला कल्याण योजनाओं के बारे में महिलाओं को जागरूक किया जाता है। साथ ही इन योजनाओं तक महिलाओं की पहुंच आसान बनाई जाती है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ट्रेनिंग और जागरूकता शिविर आयोजित किए जाते हैं। इन शिविरों में महिलाओं को आत्मरक्षा, कानूनी जागरुकता से लेकर कौशल और व्यक्तित्व विकास तक का प्रशिक्षण दिया जाता है। अगर कोई महिला रोजगार करना चाहती है, तो उसे कौशल सिखाने के साथ-साथ आर्थिक मदद का रास्ता भी दिखाया जाता है। साथ ही कोई महिला किसी वजह से सरकार की किसी योजना का लाभ प्राप्त नहीं कर पा रही, तो प्राथमिकता से उसकी मदद कर उसे उसका हक दिलवाया जाता है।
25 से ज्यादा विभागों की योजनाओं का लाभ महिलाओं तक पहुंचामिशन शक्ति के तहत 25 से ज्यादा सरकारी विभागों और सस्थानों से जरिये अलग-अलग तरीकों से महिलाओं की मदद की जा चुकी है। अलावा मिशन शक्ति की और से नियमित तौर पर जिले में जागरूकता और प्रशिक्षण शिविर लगाए जाते हैं। इन शिविरों के माध्यम से केंद्रित सरकारी योजनाओं से महिलाओं को जोड़ा जाता है। इसी तरह नशे के विरुद्ध व कानूनी जागरूकता प्रदान करने के भी शिविर लगाते हैं।
पेंशन और रोजगार दिलवाने में भी आगे, हेल्पलाइन पर करें फोनमिशन शक्ति का कार्यालय शहर के प्रीत नगर में सीआरपीएफ के कैंप के सामने है। इसलिए अलावा कोई भी महिला 0191-2481123 और 9055202000 पर कॉल कर मदद के लिए संपर्क कर सकती है। महिलाओं की मदद के लिए जिला समन्वयक शगुन मनचंदा के नेतृत्व में छह लोगों की टीम काम करती है। अब तक करीब 1000 महिलाओं को वृद्धा और विधवा पेंशन दिलवा चुका है। साथ ही 500 से ज्यादा महिलाओं को शादी के लिए राज्य सरकार से आर्थिक मदद दिलवा चुका है।