सभी जिला अस्पतालों में होगा कैंसर का इलाज, हेल्थ सेक्टर को लेकर क्या है सरकार का प्लान?
कैंसर का इलाज सर्वसुलभ कराने के लिए वित्तमंत्री सीतारमण ने देश के सभी जिला अस्पतालों कैंसर के इलाज की सुविधा विकसित करने का ऐलान किया है। इसके लिए जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर केंद्रों की स्थापना की जाएगी।
इसके साथ ही वित्तमंत्री ने 36 जीवन रक्षक दवाओं पर आयात शुल्क खत्म करने भी ऐलान किया है। ध्यान देने की बात है कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज सर्वसुलभ और सस्ता करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है।
सभी जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर सेंटर खुलेंगे
पिछले साल जुलाई में पेश बजट में निर्मला सीतारमण ने कैंसर के इलाज से जुड़े चार दवाओं को आयात शुल्क से छूट देने का ऐलान किया था। अब उन्होंने अगले तीन साल में सभी जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर सेंटर खोलने का ऐलान किया है, जिनमें 200 डे-केयर कैंसर सेंटर अगले वित्तीय वर्ष में ही खोल दिये जाएंगे। इसके साथ ही सरकार ने देश भर में खोले गए एक लाख 76 प्रधानमंत्री आरोग्य मंदिर में अन्य बीमारियों के साथ-साथ कैंसर की जांच का प्रविधान किया है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्राडबैंड से जोड़ने की तैयारी
वहीं, गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं तक आम लोगों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सरकार का डिजिटल हेल्थ केयर पर जोर जारी है। इस साल डिजिटल हेल्थ केयर के बजट में 70 फीसद की बढ़ोतरी करते हुए 340 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। डिजिटल हेल्थ केयर के तहत शुरू किये गए ई-संजीवनी पोर्टल पर अभी तक 11 करोड़ से अधिक लोग टेली-मेडिसिन के मार्फत चिकित्सा परामर्श ले चुके हैं।बजट में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्राडबैंड से जोड़ने का ऐलान किया गया है। माना जा रहा है कि प्राथमिकता स्वास्थ्य केंद्रों के ब्राडबैंड से जुड़ने से सुदूर के इलाकों में टेली मेडिसिन के मार्फत गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं पहुंचाना आसान हो जाएगा।