वसंत पंचमी पर इस रेसिपी से बनाएं स्पेशल रवा केसरी
हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन वसंत पंचमी (Basant Panchami 2025) का त्योहार मनाया जाता है जो कि इस साल 2 फरवरी को है। इस खास मौके पर अगर आप भी पीले रंग का कोई शानदार व्यंजन बनाना चाहते हैं तो मीठे में स्पेशल रवा केसरी (Rava Kesari) तैयार कर सकते हैं। इसे बनाने की खास तरीका यहां हम आपके लिए लेकर आए हैं।
वसंत पंचमी भारत के सबसे खास त्योहारों में से एक है, जो हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार ऋतुराज वसंत के आगमन का प्रतीक है, जब प्रकृति नई ऊर्जा और रंगों से भर जाती है।
पीले रंग का इस त्योहार में विशेष महत्व होता है, क्योंकि यह फसलों की पकने और सरसों के खिले फूलों का प्रतीक है। इस दिन लोग पीले वस्त्र पहनते हैं, मां सरस्वती की पूजा करते हैं और पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लेते हैं।
ऐसा ही एक व्यंजन है रवा केसरी, जो न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि इस त्योहार की रौनक को दोगुना कर देता है। आइए जानते हैं कि कैसे बनाएं यह स्पेशल रवा केसरी (Special Rava Kesari Recipe) जो इस त्योहार को और भी यादगार बना देता है।
स्पेशल रवा केसरी बनाने के लिए सामग्री
1 कप रवा (सूजी)
1 कप चीनी
4 कप दूध
2-3 हरी इलायची (पिसी हुई)
केसर के कुछ धागे (भिगोए हुए)
2 बड़े चम्मच घी
बादाम और किशमिश (सजावट के लिए)
स्पेशल रवा केसरी बनाने की विधि
सबसे पहले केसर के धागों को 2 बड़े चम्मच गर्म दूध में भिगो दें। इससे केसर का रंग और स्वाद दूध में अच्छी तरह से मिल जाएगा।
एक कड़ाही में घी गर्म करें और उसमें रवा डालकर मध्यम आंच पर भूनें। रवा को तब तक भूनें जब तक कि इसकी खुशबू आने लगे और यह हल्का सुनहरा हो जाए। ध्यान रखें कि रवा जले नहीं।
अब कड़ाही में धीरे-धीरे दूध डालें और लगातार चलाते रहें ताकि गांठ न बने। दूध डालने के बाद इसे मध्यम आंच पर पकने दें।
जब रवा और दूध अच्छी तरह से मिल जाएं और मिश्रण गाढ़ा होने लगे, तो इसमें चीनी और भीगा हुआ केसर डालें। अच्छी तरह से मिलाएं और 2-3 मिनट तक पकाएं।
अब पिसी हुई इलायची पाउडर डालें और मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं। इससे रवा केसरी में एक अद्भुत सुगंध आ जाएगी।
रवा केसरी को एक बाउल में निकालें और ऊपर से बादाम और किशमिश से सजाएं। आप चाहें तो केसर के तार भी ऊपर से डाल सकते हैं।
गरमागरम रवा केसरी को परोसें और इसके स्वाद का मजा लें। यह व्यंजन न सिर्फ वसंत पंचमी के त्योहार पर बल्कि किसी भी खास मौके पर बनाया जा सकता है।