ताजमहल: उर्स में पेश की 1640 मीटर लंबी सतरंगी चादर

सुबह से ही तहखाने में मौजूद शाहजहां-मुमताज की कब्रों पर लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। आखिरी दिन उर्स में सुबह से शाम तक निशुल्क प्रवेश की व्यवस्था रही।

ताजमहल ने मंगलवार को उर्स के दौरान सतरंगी चादर ओढ़ ली। शाहजहां के उर्स के आखिरी दिन खुद्दाम ए रोजा कमेटी ने 1,640 मीटर लंबी हिंदुस्तानी चादर पेश की। ताजमहल के दक्षिणी गेट स्थित हनुमान मंदिर से शुरू सतरंगी चादर ढोल-नगाड़ों के साथ ताजमहल में पहुंची, जहां सर्वधर्म का संदेश देते हुए हर धर्म के लोगों ने इसे उर्स में पेश किया।

शाहजहां के 370 वें उर्स के आखिरी दिन चादरपोशी की गई। सुबह से ही तहखाने में मौजूद शाहजहां-मुमताज की कब्रों पर लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। आखिरी दिन उर्स में सुबह से शाम तक निशुल्क प्रवेश की व्यवस्था रही। जब सतरंगी चादर लेकर खुद्दाम ए रोजा कमेटी के लोग पहुंचे, तब भीड़ ज्यादा रही। पूरे दिन में ताज पर 38 चादरें, 15 फूलों की चादर, 10 तासे, 43 बड़े ढोल, 9 पंखे पेश किए गए।

मुख्य गुंबद पर पहुंचने के लिए मस्जिद की ओर लगाई गई स्टील की रेलिंग भीड़ के दबाव से टूटकर गिर गई। ग्वालियर से ताज देखने आई युवती नेहा भीड़ में फंसने से गश खाकर गिर गई। उसके साथ आए मित्रों ने उसे पानी दिया और डिस्पेंसरी तक पहुंचाया।

भगवा झंडा लेकर पहुंची महिला को रोका
अखिल भारत हिंदू महासभा के महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष मीरा राठौर भगवा झंडा लेकर ताज पहुंचीं। पश्चिमी गेट के आरके फोटो स्टूडियो बैरियर पर भगवा झंडा फहराकर शाहजहां के उर्स का विरोध करने पर पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। महासभा ने उर्स के विरोध का एलान किया था।

ये रहे मौजूद
ताज में उर्स के दौरान खुद्दाम ए रोजा कमेटी अध्यक्ष ताहिर उद्दीन ताहिर, रिजवान, इब्राहिम जैदी, हाफिज चुन्नू, सीआईएसएफ कमांडेंट वैभव दुबे, एएसआई से प्रिंस वाजपेयी, अलका सिंह, पीके सिंह, तनुज शर्मा, सतीश कुमार, ललित अरोरा, जितेंद्र तिवारी आदि मौजूद रहे।

Back to top button