रोजाना बस 5 मिनट वज्रासन करने से शरीर को मिलेंगे 9 फायदे
वज्रासन, योग के सबसे आसान और असरदार आसनों में से एक है। यह आसन न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने में भी मदद करता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि रोजाना वज्रासन करने से हमें क्या-क्या फायदे (Benefits of Vajrasana) मिल सकते हैं।
वज्रासन क्या है?
वज्रासन आसन को घुटनों के बल बैठकर किया जाता है और एड़ीएं नितंबों को छूती हैं। यह आसन शरीर को मजबूत बनाने और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए जाना जाता है।
वज्रासन करने के फायदे
पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है- वज्रासन पेट के अंगों पर दबाव डालता है, जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है। यह कब्ज, अपच और गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है।
डायबिटीज को नियंत्रित करता है- नियमित रूप से वज्रासन करने से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। यह टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए खासतौर से लाभदायक है।
वजन घटाने में मदद करता है- वज्रासन पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखकर वजन घटाने में मदद करता है।
दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है- वज्रासन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
तनाव कम करता है- यह आसन स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करने में मदद करता है और मन को शांत करता है।
दिमाग को शांत करता है- वज्रासन दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, जिससे फोकस और याददाश्त में सुधार होता है।
पीठ के निचले हिस्से के दर्द को कम करता है- यह आसन पीठ के निचले हिस्से के दर्द को कम करने में मदद करता है।
यूरिनरी सिस्टम को स्वस्थ रखता है- वज्रासन यूरिनरी सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करता है और इससे संबंधी समस्याओं को कम करता है।
मासपेशियों को मजबूत बनाता है- यह आसन पैरों, घुटनों और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
वज्रासन कैसे करें?
एक योग मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं।
दोनों घुटनों को एक साथ लाएं और एड़ियों को नितंबों के पास रखें।
अपने शरीर को सीधा रखें और अपनी पीठ को सीधी रखें।
अपनी हथेलियों को घुटनों पर रखें।
आंखें बंद करके धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें।
आप इस आसन को 5-10 मिनट तक कर सकते हैं।
इन बातों का ध्यान रखें
यदि आपको घुटने, पीठ या कूल्हे में कोई समस्या है, तो वज्रासन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
प्रेग्नेंट महिलाओं को वज्रासन करने से बचना चाहिए।