दूषित पानी-खराब सीवेज से लोग परेशान, मॉडल टाउन के लोग कर रहे बदलाव की मांग

दिल्ली: मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र की खास बात यह है कि यहां गांव, सरकारी कॉलोनी से लेकर पॉश कॉलोनी व झुग्गी बस्ती भी है। लिहाजा हर इलाके के अलग-अलग मुद्दे और शिकायतें हैं।

सर्द मौसम में चुनावी माहौल गर्म हो गया है। लोग एक-दूसरी पाटियों की खामियां गिनवा रहे हैं। कुछ लोग काम की राजनीति पर भी चर्चा करते सुनाई दे रहे हैं। यह नजारा है मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र के गुजरांवाला टाउन पार्ट-1 स्थित पंबरी मार्ग का।

कैंप में गंदे पेयजल की आपूर्ति आम देखने को मिल रही है। साथ ही खराब सीवेज व्यवस्था ने लोगों की नाक में दम किया हुआ है। मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में आता है, जो उत्तरी दिल्ली का पॉश इलाका है।

यह तीन भागों मॉडल टाउन 1ए, मॉडल टाउन 2 और मॉडल टाउन 3 में बंटा है। 1993 में भाजपा के चरती लाल गोयल और 1998 से 2008 तक कांग्रेस के कंवर करण सिंह इस सीट से जीते थे। वहीं 2013 से लेकर वर्तमान में आम आदमी पार्टी (आप) के अखिलेश पति त्रिपाठी यहां से विधायक रहे।

क्षेत्र की विशेषता
उत्तरी दिल्ली में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र अलीपुर रोड से जुड़ा हुआ है। वर्ष 1950 में डीएलएफ ने इसे बसाया था, जोकि दिल्ली की पहली किसी निजी कंपनी की तरफ से बसाया गया इलाका था। मॉडल टाउन काफी बड़ा है। यह ब्लॉक व कॉलोनियों में विभाजित है। साथ ही तीन प्रशासनिक खंडों में बंटा हुआ है, जोकि उत्तर-पश्चिमी जिला, सरस्वती विहार व नरेला है। यहां से नजदीकी मेट्रो स्टेशन आजादपुर व मॉडल टाउन है।

प्रमुख मुद्दे
कुछ जगहों पर जर्जर सड़कों की भी समस्या है।
यहां पर सीवर लाइन की भी व्यवस्था खराब है।
यहां के कई प्रमुख मार्गों पर अतिक्रमण की समस्या भी देखने को मिल जाएगी।
लोग दूषित पेयजल आपूर्ति से परेशान हैं।

प्रमुख इलाके
गुरु तेग बहादुर नगर, रूप नगर, संगम पार्क, कमला नगर, जवाहर नगर, शक्ति नगर, राजपुरा, राणा प्रताप बाग, गुजरांवाला टाउन, लाल बाग,आजादपुर, किंग्सवे कैंप, रोशनारा रोड आदि।

इलाके में विकास के अनेकों काम किए गए। कॉलोनियों में भी काफी सुविधाएं मिली हैं। यहां वर्षों से नालियों की हालत जर्जर थी। पिछले पांच वर्षो में गलियों की हालत में सुधार आया है। कैमरे भी लगवाए गए हैं। -दिव्यम

मौजूदा विधायक ने इलाके के विकास पर पूरा जोर दिया है। जो काम नगर निगम की तरफ से होने थे, उन्हें भी विधायक ने किया। यही कारण है कि पिछले पांच साल में इस क्षेत्र की हालत में सुधार हुआ है। -सुंदरी

कई जगहों पर प्रमुख मार्गों से लेकर गलियों तक अतिक्रमण फैला है। इस वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अतिक्रमण करने वालों ने सड़क पर ही स्थायी ठिकाने बना लिए हैं। -ओमप्रकाश

कुछ इलाकों में वर्षों से सीवर लाइन नहीं बदली है। यही कारण है कि यहां पर हल्की सी बरसात होने पर ही लोगों की दुकानों व घरों में पानी घुस जाता है। गंदे पानी से जीना दुश्वार हो जाता है।
-वीना

Back to top button