दामाद-बेटी को बकरे का पाया परोसने की थी तैयारी, फिर रोते-रोते थाने पहुंचा बुजुर्ग
बात अगर मेहमान नवाजी की हो तो मेहमान नवाजी के लिए लोग अपने घरों में तरह-तरह के व्यंजन पकाते हैं. लेकिन ऐसे में कुछ गड़बड़ हो जाए तो? ऐसा ही एक मामला खंडवा से सामने आआ है, जहां मेहमान नवाजी के लिए कोई बकरे का पाया भी परोसने की तैयारी में था, लेकिन उससे पहले ही सारे अरमान धराशाई हो गए. इससे परेशान बुजुर्ग कोतवाली थाना पहुंच गया और शिकायत की.
क्या है पूरा मामला
खंडवा के सिंगोट के रहने वाले बुजुर्ग अब्दुल लतीफ ने उज्जैन से आने वाली बेटी-दामाद के लिए पसंदीदा बकरे का पाया बनाने की सोची. इसके लिए वह घर से 40 किमी दूर बोरगांव के पशु बाजार गए. इस पशु बाजार में ठंड के दिनों में बकरे के पाया की बड़े पैमाने पर डिमांड रहती है. बुजुर्ग ने मेहमानों के लिए 16 पाए और मटन खरीदा और गांव सिंगोट लौटने लगे. ठंड ज्यादा होने के कारण वह खंडवा में रुक कर एक दुकान में चाय पीने लगे.
इतने में उनकी बाइक में लटकी हुई थैली में से किसी ने मटन और पाया चुरा लिए. जब बुजुर्ग चाय पी कर लौटा और उसने अपना झोला देखा तो झोले से मेहमान नवाजी का सामान गायब था. बुजुर्ग के सारे अरमानों पर पानी फिर गया. एक हारे हुए जुआरी की तरह बुजुर्ग ने कोतवाली थाने पहुंचकर इस मामले का शिकायती आवेदन सौंपा और कार्रवाई करने की मांग की.
बुजुर्ग ने कहा- मेहमान के सामने क्या मुंह दिखाऊं?
बुजुर्ग अब्दुल लतीफ ने कहा, ‘मेहमान नवाजी के लिए मेहमान को घर पर आमंत्रित कर लिया है, लेकिन चोरी की इस घटना से वह काफी आहत हैं. ठंड में जिस शोरबा के सेवन के लिए मेहमान को दावत दी थी. अब कैसे बनाऊंगा.
ठंड में आसमान के भाव बिकता है बकरे के पाए का शोरबा
ठंड के इस मौसम में निमाड़ में बकरे के पाए के शोरबा का प्रचलन काफी है. नॉनवेज खाने वालों को लिए यह शोरबा बेहद पसंदीदा है. ऐसे में निमाड़ के सबसे बड़े पशु बाजार 50 km दूर बोरगांव से लेकर लोग इसे काफी चाव से खंडवा लेकर आते हैं और ठंड में इसका सेवन करते हैं.
खंडवा कोतवाली पुलिस ने जांच का दिलाया भरोसा
खंडवा कोतवाली पुलिस में बुजुर्ग ने अपने लूटे अरमानों की शिकायती आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की. जिस पर कोतवाली पुलिस ने आवेदन लेकर बुजुर्ग को यह भरोसा दिलाया है कि जांच कर इसमें कार्रवाई की जाएगी. आश्वासन के बाद बुजुर्ग वापस अपने गांव लौट गया.