केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार ने दी सौगात, 127 करोड़ में बने एनआईएमएचआर भवन का किया लोकार्पण

केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्तियों के पुनर्वास के लिए देश के केंद्र में यह राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान स्थापित किया गया है। यह दर्शाता है कि सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग के साथ ही दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह तथा भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने सीहोर में 127 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान (एनआईएमएचआर) के नवनिर्मित एडमिन एवं शैक्षणिक ब्लॉक, छात्रावास ब्लॉक और स्टूडियो अपार्टमेंट भवनों लोकार्पण किया। उन्होंने संस्थान के नवनिर्मित भवनों का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने पौधारोपण भी किया।

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा और भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने सीहोर में एनआईएमएचआर के नवनिर्मित एडमिन एवं शैक्षणिक ब्लॉक, छात्रावास ब्लॉक और स्टूडियो अपार्टमेंट भवनों का लोकार्पण किया। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान (एनआईएमएचआर) के इस भवन का निर्माण 127 करोड़ रुपये में किया गया है। लोकार्पण के दौरान संस्थान के नवनिर्मित भवनों का निरीक्षण किया गया और पौधारोपण भी किया।

मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास में नया आयाम
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्तियों के पुनर्वास के लिए देश के केंद्र में यह राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान स्थापित किया गया है। यह दर्शाता है कि सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग के साथ ही दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि यह संस्थान 127 करोड़ की लागत से 25 एकड़ भूमि पर स्थापित किया गया है। संस्थान में चार ब्लॉक हैं, जिनमें सर्विस ब्लॉक, एडमिन एवं शैक्षणिक ब्लॉक, छात्रावास ब्लॉक और स्टूडियो अपार्टमेंट शामिल हैं। डिसेबिलिटी अर्ली इंटरवेंशन सेंटर (सीडीईआईसी) भी स्थापित किया गया है, जो शीघ्र ही शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही संस्थान में प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र (पीएमडीके) भी स्थापित किया गया है, जहां दिव्यांगजनों और बुजुर्गों को सहायता के लिए उपकरण वितरित किए जा रहे हैं।

दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण की पहल
डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। दिव्य कला मेलों के माध्यम से उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए मंच भी प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने संस्थान को मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास के क्षेत्र में प्रगति करते हुए बेहतर सेवाएं प्रदान करने की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि “नर सेवा ही नारायण सेवा” है। सरकार दिव्यांगजनों की भागीदारी प्रत्येक क्षेत्र में सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत है।

क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर सहायता
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि सीहोर जिले में इस राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान की स्थापना से सिर्फ सीहोर के दिव्यांगजनों को ही नहीं, बल्कि देशभर से आने वाले दिव्यांगजनों को भी सहायता प्राप्त होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती प्रतिष्ठा का भी उल्लेख किया। सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा ने कहा कि यह संस्थान दिव्यांगजनों के पुनर्वास एवं उनके सशक्तिकरण के लिए सरकार की एक अनूठी पहल है। उन्होंने बताया कि संस्थान के भवनों को पूरी तरह से दिव्यांगजनों के अनुकूल एवं सुलभ बनाया गया है।

ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में सीहोर विधायक सुदेश राय, आष्टा विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर, नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर, जिला पंचायत अध्यक्ष रचना सुरेंद्र मेवाड़ा, डीपीडब्ल्यूडी के संयुक्त सचिव राजीव शर्मा, डीपीडब्ल्यूडी निदेशक विनीत सिंघल, कलेक्टर प्रवीण सिंह, एसपी दीपक कुमार शुक्ला, संस्थान के निदेशक डॉ. अखिलेश कुमार शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधि, संस्थान के विद्यार्थीगण, शैक्षणिक स्टाफ और नागरिक उपस्थित थे।

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