मुंबई से अहमदाबाद के बीच चली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन
मुंबई सेंट्रल और अहमदाबाद के बीच वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल रन बुधवार को पूरा हो गया। वहीं यह वंदे भारत स्लीपर ट्रेन कहां से चलेगी अभी इसको लेकर निर्णय रेलवे बोर्ड द्वारा किया जाएगा। ट्रेन बुधवार सुबह 7.29 बजे अहमदाबाद से रवाना होने के बाद दोपहर 1.50 बजे मुंबई सेंट्रल पहुंची। ट्रेन ने अपने ट्रायल के दौरान 180 किमी प्रतिघंटा की अधिकतम सीमा को छुआ।
मुंबई सेंट्रल और अहमदाबाद के बीच वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल रन बुधवार को पूरा हो गया। वहीं, यह वंदे भारत स्लीपर ट्रेन कहां से चलेगी अभी इसको लेकर निर्णय रेलवे बोर्ड द्वारा किया जाएगा।
ट्रेन बुधवार सुबह 7.29 बजे अहमदाबाद से रवाना होने के बाद दोपहर 1.50 बजे मुंबई सेंट्रल पहुंची। इसके बाद यह दोपहर 2.45 बजे मुंबई सेंट्रल से अहमदाबाद के लिए रवाना हुई। यह 130 किमी प्रति घंटे का ट्रायल रन था और ट्रेन ने अपने ट्रायल के दौरान 180 किमी प्रतिघंटा की अधिकतम सीमा को छुआ।
विश्लेषण के बाद, अंतिम प्रमाणपत्र अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) द्वारा जारी किया जाएगा। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने पिछले तीन दिनों में किए गए कई परीक्षणों के दौरान पहले ही 180 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति हासिल कर ली है।
सूत्रों ने कहा कि प्रमाणपत्र अगले सप्ताह जारी किया जाएगा, जिसके बाद सेवाओं और मार्ग में इसकी तैनाती पर अंतिम निर्णय रेलवे बोर्ड द्वारा लिया जाए गा।वर्तमान परीक्षणों के दौरान, स्लीपर ट्रेन ने 2 जनवरी को राजस्थान के बूंदी जिले में कोटा और लाबान के बीच 30 किलोमीटर की दौड़ के दौरान 180 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति को छूआ था।
1 जनवरी को, रोहल खुर्द और कोटा के बीच 40 किमी की दूरी पर यह 180 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई, और कोटा-नागदा और रोहल खुर्द-चाउ महला खंड पर क्रमशः 170 किमी प्रति घंटे और 160 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंच गई।
केंद्रीय कर्मचारी अब एलटीसी के तहत तेजस, वंदे भारत ट्रेनों में भी कर सकेंगे यात्रा
केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। अब केंद्रीय कर्मी अवकाश यात्रा रियायत (एलटीसी) के तहत तेजस, वंदे भारत और हमसफर ट्रेनों से भी यात्रा कर सकेंगे। यह कदम कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) को एलटीसी के तहत विभिन्न प्रीमियम ट्रेनों की स्वीकार्यता के बारे में विभिन्न कार्यालयों और व्यक्तियों से कई सुझाव मिलने के बाद उठाया गया है।
डीओपीटी ने मंगलवार को जारी आदेश में कहा कि इस विभाग ने व्यय विभाग के परामर्श से मामले पर गौर किया और यह निर्णय लिया गया है कि मौजूदा राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों के अलावा अब सरकारी कर्मचारियों की पात्रता के अनुसार एलटीसी के तहत तेजस एक्सप्रेस, वंदे भारत एक्सप्रेस और हमसफर एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रा की अनुमति होगी।
पात्र केन्द्रीय सरकारी कर्मचारियों को एलटीसी का लाभ उठाने पर सवेतन अवकाश के अलावा उनके द्वारा अन्य यात्राओं के लिए टिकट पर किया गया खर्च भी वापस मिल जाता है।