ये है दुनिया की सबसे ठंडी जगह, जहां पलक झपकते ही जम जाता है पानी
उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे जुड़ी कई खबरें आ रही हैं। कुछ जगह ऐसे भी हैं जहां का तापमान माइनस में रिकॉर्ड किया गया है। ऐसे में कई लोगों के दिमाग में ये सवाल आता है कि आखिर पृथ्वी की सबसे ठंडी जगह कौन सी है? आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड है, पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानों में ठिठुरन है। कुछ जगहों पर ठंड के नए रिकॉर्ड्स बन रहे हैं, बहुत से जगहों पर तो तापमान माइनस में चला गया है। ऐसे में लोगों के दिमाग में सवाल आता है कि आखिर दुनिया का सबसे ठंडा जगह कहां है और वहां कितना तापमान होता है? जाहिर है कि वहां तापमान माइनस में होगा।
बता दें कि अंटार्कटिका महाद्वीप पर स्थित डोम फूजी स्टेशन दुनिया की सबसे ठंडी जगह है। यह एक जापानी रिसर्च सेंटर है जो समुद्र तल से 3810 मीटर ऊपर है। 2010 में यहां -92.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था, जो एक रिकॉर्ड है। यह तापमान इतना कम है कि पलक झपकते ही पानी बर्फ बन जाता है और इंसान थोड़ी देर में ही जम सकता है। यहां का औसत तापमान लगभग -54 डिग्री सेल्सियस रहता है।
अंटार्कटिका अपने बर्फीले परिदृश्य और बेहद ठंडे मौसम के लिए जाना जाता है। यह दक्षिणी महासागर से चारों ओर से घिरा हुआ है। अंटार्कटिका में जो सबसे ठंडी जगह है, उसे डोम फूजी स्टेशन कहा जाता है। भले ही डोम फूजी स्टेशन पर रहना बेहद मुश्किल है, लेकिन यह वैज्ञानिकों के लिए एक महत्वपूर्ण जगह है।
जाहिर है कि यह एक रिसर्च सेंटर है तो यहां वैज्ञानिक शोध करते हैं। यह स्टेशन अंटार्कटिका की दूसरी सबसे ऊंची चोटी पर बना हुआ है। इसे डोम एफ या वाल्किरी डोम के नाम से भी जाना जाता है। यह स्टेशन अंटार्कटिका के क्वीन मौड क्षेत्र के पूर्वी हिस्से में समुद्र तल से 3810 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां वैज्ञानिक जलवायु परिवर्तन, बर्फ की परतों और अन्य वैज्ञानिक विषयों पर शोध करते हैं। इस जगह से प्राप्त जानकारी हमें पृथ्वी के बारे में और बेहतर ढंग से समझने में मदद करती है।
-92.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ तापमान
बता दें कि डोम फूजी स्टेशन का निर्माण 1995 में हुआ था। 2010 में वैज्ञानिकों ने यहां का तापमान -92.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था, जो कि एक रिकॉर्ड है। इसी तापमान के कारण इसे दुनिया की सबसे ठंडी जगह घोषित किया गया। यह तापमान इतना कम होता है कि कोई आम इंसान बिना ट्रेनिंग के या उचित सुरक्षा उपकरणों के वहां नहीं जा सकता है।
इससे पहले अंटार्कटिका की वोस्तोक स्टेशन को दुनिया की सबसे ठंडी जगह माना जाता था, जहां 1983 में -89.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। डोम फूजी स्टेशन का पूरे साल का औसत तापमान लगभग -54 डिग्री सेल्सियस रहता है, जो कि बेहद ठंडा है।