9 टेस्‍ट और 9 वनडे… चोटों से जूझने वाले भारतीय क्रिकेटर ने आखिरकार लिया संन्‍यास

Varun Aaron retirement तेज गेंदबाज वरुण एरोन ने शुक्रवार को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्‍होंने इंस्‍टाग्राम पर एक पोस्‍ट के जरिए अपने फैसले के बारे में फैंस को बताया। वरुण ने अपने करियर में 9 टेस्‍ट और 9 वनडे मैच खेले। टेस्‍ट की 14 पारियों में उन्‍होंने18 विकेट चटकाए। इतना ही नहीं 9 वनडे में उनके नाम 11 विकेट हैं।

भारतीय तेज गेंदबाज वरुण एरोन ने शुक्रवार को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्‍यास का एलान कर दिया। उन्‍होंने अपने करियर में 9 टेस्‍ट और इतने ही वनडे मैच खेले। टेस्‍ट की 14 पारियों में उन्‍होंने 52.61 की औसत और 4.77 की इकॉनमी से 18 विकेट चटकाए। 3/97 टेस्‍ट मैच में उनका बेस्‍ट प्रदर्शन रहा।

वनडे में वरुण के नाम 11 विकेट
इतना ही नहीं 9 वनडे में उनके नाम 11 विकेट हैं। एकदिवसीय में वरुण की औसत 38.09 की और इकॉनमी 6.61 की रही। 3/24 इस फॉर्मेट में उनका बेस्‍ट गेंदबाजी प्रदर्शन है। वरुण को पूर्व भारतीय कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी का खास भी माना जाता है। वह 150 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे।

लंबे समय से टीम से बाहर थे
वरुण लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे। चोट के कारण उनका करियर ज्‍यादा लंबा नहीं रहा। नवंबर 2011 में टेस्‍ट डेब्‍यू करने वाले वरुण ने अपने करियर का आखिरी टेस्‍ट मैच नवंबर 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था।

इतना ही नहीं वरुण ने 23 अक्‍टूबर 2011 को इंग्‍लैंड के खिलाफ वानखेड़े स्‍टेडियम में वनडे डेब्‍यू किया था। उन्‍होंने अपने करियर का आखिरी ODI मैच 2 नवंबर 2014 श्रीलंका के विरुद्ध कटक में खेला था।

सोशल मीडिया पर शेयर की पोस्‍ट
वरुण ने सोशल मीडिया पर लिखा, पिछले 20 सालों से मैं तेज गेंदबाजी की दौड़ में जी रहा हूं, सांस ले रहा हूं और फला-फूला हूं। आज अत्यंत कृतज्ञता के साथ मैं आधिकारिक तौर पर प्रतिनिधि क्रिकेट से संन्‍यास की घोषणा करता हूं। यह यात्रा भगवान, मेरे परिवार, दोस्तों, टीम के साथियों, कोचों, सहयोगी स्टाफ और फैंस के बिना संभव नहीं होती।

चोटों से भरा रहा करियर
चोट को लेकर वरुण ने कहा, इन सालों में मुझे करियर के लिए खतरा पैदा करने वाली कई चोटों से उबरने के लिए अपनी शारीरिक और मानसिक सीमाओं को पार करना पड़ा, बार-बार वापसी करनी पड़ी। यह केवल राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के मेरे फिजियो, प्रशिक्षकों और प्रशिक्षकों के अथक समर्पण के कारण संभव हो सका।

वरुण ने बताया आगे का प्‍लान
वरुण ने लिखा, अब मैं उस खेल से गहराई से जुड़े रहते हुए जीवन की छोटी-छोटी खुशियों का आनंद लेने के लिए उत्सुक हूं जिसने मुझे सब कुछ दिया है। तेज गेंदबाजी मेरा पहला प्यार रही है। भले ही मैं मैदान से बाहर चला जाऊं, लेकिन यह हमेशा मेरा हिस्‍सा रहेगी।

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