उज्जैन में मकर संक्रांति के लिए सजा बाजार, पीएम मोदी और कार्टून पतंग की मांग सबसे ज्यादा
उज्जैन के तोपखाना का बाजार रंग-बिरंगी पतंगों से सज गया है। इस बार फिल्मी सितारों की पतंगों से ज्यादा मांग मोदी पतंग की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर वाली पतंगें लोगों का ध्यान खींच रही हैं।
मकर संक्रांति को लेकर उज्जैन के तोपखाना का पतंग बाजार रंग-बिरंगी पतंगों से सजा नजर आ रहा है। यहां सभी प्रकार की पतंगें उपलब्ध हैं। बरेली का मांझा सबसे ज्यादा डिमांड में है। इस बार फिल्मी सितारों की पतंगों से ज्यादा मांग मोदी पतंग की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर वाली पतंगें लोगों का ध्यान खींच रही हैं। वहीं, बच्चों की कार्टून व कागज की पतंगों के अलावा जर्मनी पेपर, फैंसी, सलमान खान, शाहरुख खान, अक्षय कुमार, अजय देवगन और पुष्पा 2 के अभिनेता अल्लू अर्जुन की पतंगों की भी बिक्री हो रही है, लेकिन मोदी पतंग की मांग सबसे अधिक है। बच्चों की डोरेमोन और छोटा भीम जैसी अन्य प्रकार की पतंगें भी दुकानों पर उपलब्ध हैं।
तोपखाना में सोनू पतंग सेंटर के नाम से पतंग की दुकान संचालित करने वाले सोनू मेव ने बताया कि इस बार पतंग कारोबार अच्छा रहने की उम्मीद है। पतंगों की बिक्री से व्यापारी खुश हैं। मेव ने कहा कि इस साल लोगों में पतंगबाजी का उत्साह काफी बढ़ा है और हर वर्ष की तरह इस बार भी मकर संक्रांति पर पतंग का कारोबार अच्छा रहेगा।
पतंगें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली सहित अन्य शहरों से मंगाई जाती हैं। हालांकि, उज्जैन में भी पतंगें बनाई जाती हैं, लेकिन यहां का बाजार बाहरी शहरों से आने वाली पतंगों पर भी निर्भर है। उज्जैन में मकर संक्रांति को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। हर गली और छत पर लोग पतंग उड़ाते नजर आते हैं। इस साल मोदी पतंगों की लोकप्रियता ने बाजार में नया जोश भर दिया है।
तोपखाना क्षेत्र में काजी काइट्स के नाम से पतंग की दुकान संचालित करने वाले काले भाई के पुत्र आमीन फारूकी ने बताया कि उनके परिवार में दशकों से यह कारोबार चल रहा है। ऑर्डर पर भी विशेष पतंग तैयार की जाती हैं। उनके पास भी कई तरह की पतंग और मांझा उपलब्ध है। कागज की पतंग और बरेली के मांझे की खासी मांग है।
तोपखाना के पतंग बाजार में अजहर काइट्स सेंटर के नाम से पतंग की दुकान संचालित करने वाले अजहर भाई ने बताया कि उनके पास भी कई तरह की पतंग और मांझा उपलब्ध हैं। डिज़ाइनर पतंगें 100 रुपए से लेकर 200 रुपए में 20 पतंगों का सेट उपलब्ध है। इसके अलावा मैदानी स्पेशल पतंग 30 रुपए प्रति नग के हिसाब से उपलब्ध है। व्हाइट टाइगर मांझा 350 रुपए का 6 रील, मयूर गोल्ड 550 रुपए में 8 रील और रेड पांडा 330 रुपए का 6 रील में उपलब्ध है।
पतंग और मांझे की कीमतें:
रामपुरी पतंग: 120 रुपए से लेकर 300 रुपए (20 पतंग)
जर्मनी पेपर वाली पतंग: 100 रुपए से लेकर 150 रुपए (20 पतंग)
बरेली की पतंग: 150 रुपए से लेकर 300 रुपए (20 पतंग)
कागज और पॉलिथीन की फैंसी मटका पतंग: 150 रुपए से लेकर 160 रुपए (20 पतंग)
मोदी पतंग: 90 रुपए से लेकर 100 रुपए (20 पतंग)
बच्चों की कार्टून वाली पतंग: 90 रुपए से लेकर 95 रुपए (20 पतंग)
छोटा मटका पतंग: 30 रुपए से लेकर 35 रुपए (20 पतंग)
नामची पॉलिथीन की पतंग: 30 रुपए से लेकर 35 रुपए (20 पतंग)
बच्चों की कार्टून वाली पॉलिथीन की पतंग: 40 रुपए से लेकर 45 रुपए (20 पतंग)
सबसे ज्यादा बिकने वाला मांझा
मयूर गोल्ड मांझा: 100-120 रुपए में एक रील (12 तार वाला), 8 रील 500 रुपए में उपलब्ध
व्हाइट टाइगर मांझा: 90-110 रुपए में एक रील (9 तार वाला), 8 रील 450 रुपए में उपलब्ध
न्यू इंडियन मांझा: 100-110 रुपए में एक रील (9 तार वाला), 7 रील 450 रुपए में उपलब्ध
दुकानों पर यह भी
बैलून: 30 रुपए प्रति नग
बच्चों की छोटी पतंग: 5 रुपए से लेकर 10 रुपए तक
झालर पतंग: 10 रुपए से लेकर 80 रुपए तक (5 फीट की पतंग 80 रुपए में), फैंसी ताबा पतंग बड़ी 50 रुपए में उपलब्ध।
क्यों मनाई जाती है मकर संक्रांति
हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण गति करने लगते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्रांति मनाई जाती है। इस दिन खरमास की समाप्ति होती है और संक्रांति के बाद से ही पूजा-पाठ, शादी-विवाह जैसे मंगल कार्य प्रारंभ होते हैं।