गायों के पैरों में बांधे कंटीले तार, भगवती मानव कल्याण संगठन के सदस्यों ने की मदद

जगदीश सिंह लोधी ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि दोनी गांव में कुछ किसानों ने अपनी फसल को आवारा मवेशियों से बचाने के लिए उनके पैरों में लोहे के कंटीले तार बांध दिए हैं। उनकी टीम ने गांव में पहुंचकर गायों के पैरों से कटीले तार हटाए हैं।

दमोह जिले में आवारा मवेशियों की संख्या बढ़ने के साथ ही अब लोग उनके साथ क्रूरता करने लगे हैं। दमोह के तेंदूखेड़ा ब्लॉक से करीब 25 किलोमीटर दूर ग्राम दोनी में गौवंश के साथ अमानवीय व्यवहार की दर्दनाक घटना सामने आई है।

यहां मवेशियों के पैरों में लोहे के कंटीले तार कस दिए गए थे, जिससे उनके पैर कटने लगे। इस घटना की सूचना मिलते ही शुक्रवार सुबह नशा मुक्ति के क्षेत्र में कार्य करने वाले भगवती मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने कई मवेशियों के पैरों से इन कंटीले तारों को निकाला।

जगदीश सिंह लोधी ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि दोनी गांव में कुछ किसानों ने अपनी फसल को आवारा मवेशियों से बचाने के लिए उनके पैरों में लोहे के कंटीले तार बांध दिए हैं। वह अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और लंगड़ाते हुए चल रहे मवेशियों को रस्सी से बांधकर जमीन पर लिटाया। इसके बाद उनके पैरों में बंधे इन तारों को निकाला। मवेशियों के पैरों में कीड़े भी लग गए थे। कार्यकर्ताओं ने उनके घावों पर दवा लगाकर उनका इलाज किया। संगठन के सदस्यों ने मवेशियों के पैरों में बंधे तार काटे और जंगल से एकत्रित की गई देशी दवाइयों का लेपन किया।

स्थानीय लोगों का मानना है कि जिन लोगों की फसलें इन मवेशियों ने खाई होंगी, यह काम उन्हीं ने किया है। टीम को कई मवेशियों के कंकाल भी मिले हैं, इसलिए अंदेशा है कि इनके पैरों में भी कंटीले तार बांधे गए होंगे और घायल होने के कारण चलने-फिरने में असमर्थ होने पर उनकी मौत हो गई। संगठन के सदस्यों में गौवंश के साथ अज्ञात लोगों द्वारा की गई इस अमानवीय हरकत को लेकर आक्रोश है और उन्होंने प्रशासन से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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