भारत में 3 अरब डॉलर का निवेश करेगी माइक्रोसॉफ्ट, 1 करोड़ लोगों को देगी AI ट्रेनिंग
माइक्रोसॉफ्ट भारत में अपनी क्लाउड कंप्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षमताओं का विस्तार करने के लिए दो साल में तीन अरब डॉलर (लगभग 25,700 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी। कंपनी के चेयरमैन और सीईओ सत्य नडेला का कहना है कि अमेरिकी टेक कंपनी 2030 तक भारत में एक करोड़ लोगों को एआई में ट्रेनिंग भी देगी।
नडेला ने कहा कि प्रस्तावित तीन अरब डॉलर का निवेश कंपनी की तरफ से किया जाने वाला अब तक सबसे बड़ा निवेश होगा। नडेला ने अपने भारत दौरे के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की है।
माइक्रोसॉफ्ट का क्या है प्लान
माइक्रोसॉफ्ट अपनी क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विसेज एज्योर के तहत उपलब्ध कराता है। कंपनी के पास 60 से अधिक एज्योर क्षेत्र हैं, जिनमें 300 से अधिक डेटा सेंटर शामिल हैं। नडेला आखिरी बार फरवरी, 2024 में भारत आए थे और तब उन्होंने कहा था कि कंपनी 2025 तक देश में 20 लाख लोगों को एआई स्किल का अवसर प्रदान करेगी। इसका उद्देश्य मुख्य तौर पर छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्र के व्यक्तियों को प्रशिक्षित करने पर था।
नडेला ने कहा, ‘भारत एआई इनोवेशन में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इससे देशभर में नए अवसर पैदा हो रहे हैं। आज हम बुनियादी ढांचे और कौशल में निवेश का एलान कर रहे हैं, जो भारत को एआई-फर्स्ट बनाने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है और यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि कि देशभर में लोगों और संगठनों को व्यापक रूप से इसका लाभ मिले।’
भारत पर माइक्रोसॉफ्ट का खास फोकस
माइक्रोसॉफ्ट का एडवांटेज इंडिया प्रोग्राम अब 2030 तक 2 करोड़ भारतीयों को एआई स्किल में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित कर चुका है। इस पहल के तहत माइक्रोसॉफ्ट ने 24 लाख भारतीयों को ट्रेनिंग दी है। इनमें से 65 प्रतिशत महिलाएं और 74 प्रतिशत लोग छोटे शहरों से थे। यह पहल भारत के युवाओं को एआई के क्षेत्र में रोजगार के लिए तैयार कर रही है।माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च लैब्स (MSR) ने एआई इनोवेशन नेटवर्क की शुरुआत की है। इसका मकसद भारत के एआई इकोसिस्टम को रफ्तार देना है। इस नेटवर्क के जरिए रिसर्च के बाद व्यावहारिक और उपयोगी बिजनेस सॉल्यूशंस को डेवलेप किया जाएगा। साथ ही, माइक्रोसॉफ्ट और सासबूमी ने मिलकर भारतीय एआई और सास (सॉफ्टवेयर ऐज ए सर्विस) इकोसिस्टम को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य रखा है।