40 घंटे बाद भी 700 फिट गहरे बोरवेल में चेतना, देसी जुगाड़ फेल; अब फरीदाबाद से आई खास मशीन
राजस्थान के कोटपूतली में फंसी बच्ची चेतना को बोरवेल से निकालने की सभी कोशिशें अब तक विफल रही हैं। अब प्रशासन ने नए प्लान के तहत बोरवेल से 15 फीट की दूरी पर मिट्टी खोदने का काम शुरू कर दिया है।
कोटपूतली की बढ़ियाली ढाणी में बोरवेल में फंसी चेतना को निकालने के लिए पूरा अमला मौके पर है। कई अफसर तो ऐसे हैं जो दो दिन से मौके पर ही हैं, लेकिन चिंता की बात यह है कि अब तक चेतना को निकाला नहीं जा सका है। लभगग 40 से ज्यादा घंटे बीत चुके हैं ऑपरेशन चलते हुए।
ऐसे में अब प्रशासन ने नए प्लान पर काम शुरू कर दिया है। बता दें कि एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें मौके पर जुटी हुई हैं। वहीं दूसरी ओर फरीदाबाद से पाइलिंग मशीन बुलाई गई है। जेसीबी से बोरवेल से 15 फीट की दूरी पर मिट्टी खोदने का काम भी शुरू हो गया है।
मौके पर हाइड्रो क्रेन भी बुलाई गई है। मंगलवार को चेतना को बचाने के लिए ‘जे’ हुक काम में लिया गया। कुछ सफलता मिली थी और बच्ची को थोड़ी ऊंचाई तक खींचा भी गया था, लेकिन कैमरे के बार-बार खराब हो जाने के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में कठिनाई आई।
घटनास्थल पर तेज धुंध के कारण विजिबिलिटी बहुत कम
देर रात लगातार जेसीबी मशीनों द्वारा पीइलिंग मशीन के लिए प्लेटफार्म बनाने का कार्य जारी था। NDRF व SDRF सिविल डिफेंस के जवान लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं।
घटनास्थल से कुछ दूरी पर जेसीबी मशीन के द्वारा लगभग 15-20 फुट गहरा खड्डा खोदा मशीन को लगाने के लिए प्लेटफार्म बनाया गया है, हालांकि सुबह से घटनास्थल पर तेज धुंध के कारण विजिबिलिटी बहुत कम हो गई है, लेकिन पुलिस प्रशासन और बचाव दल का हौसला बरकरार है। बता दें कि मशीन देर रात घटनास्थल पर पहुंची थी। मशीन पहुंचने के बाद लगातार खुदाई का कार्य जारी है।