सूर्य के सबसे करीब पहुंचकर नासा के पार्कर ने रचा इतिहास, ब्रिक्स को लेकर चीन ने दिया बड़ा बयान
नासा के अंतरिक्षयान पार्कर सोलर प्रोब ने सूर्य के सबसे करीब पहुंचकर इतिहास रच दिया है। सूर्य के बाहरी वातावरण, जिसे कोरोना कहा जाता है , में उड़ान भरकर मंगलवार को इतिहास रच दिया। 692,000 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उड़ान भरते हुए यह कोरोना से डाटा जुटाएगा।
विज्ञानियों को सूर्य के बारे में और अधिक जानने में मदद मिलेगी
जॉन्स हॉपकिन्स एप्लाइड फिजिक्स लेबोरेटरी के मिशन संचालन प्रबंधक निक पिंकिन ने कहा, कोई भी मानव निर्मित वस्तु कभी भी सूर्य के इतने करीब से नहीं गुजरी। इस मिशन से विज्ञानियों को सूर्य के बारे में और अधिक जानने में मदद मिलेगी।
चूंकि इस अंतरिक्षयान से संपर्क टूट गया है इसलिए शुक्रवार तक पता लग सकेगा कि यह सूर्य के तापमान को सहन कर पाएगा या नहीं। नासा ने वेबसाइट पर कहा, अंतरिक्ष यान को 1,800 डिग्री फारेनहाइट (982 डिग्री सेल्सियस) तक का तापमान का सामना करना पड़ेगा। 2018 में लांच किए जाने के बाद से पार्कर जांच धीरे-धीरे सूर्य की ओर बढ़ रहा है।
ग्लोबल साउथ के देशों में बढ़ रहा ब्रिक्स का प्रभाव: चीन
चीन ने मंगलवार को कहा कि ग्लोबल साउथ में ब्रिक्स ब्लाक का प्रभाव काफी ज्यादा बढ़ रहा है क्योंकि यह एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देने वाला मंच मुख्य मंच बन रहा है। रूस द्वारा ब्रिक्स के नए भागीदार देशों की घोषणा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि इससे ब्रिक्स सहयोग एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है और ब्रिक्स तंत्र में का प्रतिनिधित्व बड़ा हो गया है।माओ ने बताया कि सदस्य देशों की आम सहमति से ब्रिक्स भागीदार देशों की सूची बन गई है। इसमें इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, बेलारूस, बोलीविया, क्यूबा, कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान और युगांडा शामिल हैं। वैसे, शुरुआत में ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ही शामिल थे। इसके बाद मिस्त्र, इथोपिया, ईरान, सऊदी अरब और यूएई को नए सदस्य के रूप में जोड़ा गया।
सीरिया में रक्षा मंत्रालय से जुड़े पूर्व विद्रोही गुट
सीरिया के प्रमुख अहमद अल-शरा ने मंगलवार को पूर्व विद्रोही गुट के प्रमुखों के साथ एक समझौता किया। इसके तहत सभी विद्रोही गुटों को भंग करने के साथ उन्हें रक्षा मंत्रालय से जोड़ने पर सहमति बनी। पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री मोहम्मद अल-बशीर ने कहा था कि जल्द ही मंत्रालय को पूर्व विद्रोही गुटों और बशर अल-असद की सेना से निकले अधिकारियों की नियुक्ति के साथ मजबूत बनाया जाएगा।नए शासकों ने बशर अल-असद को गद्दी से हटाने वाले विद्रोह के प्रमुख मुर्हाफ अबू कसरा को अंतरिम सरकार का रक्षा मंत्री बनाया है। जबकि शरा को हजारों समूहों के बीच टकराव से बचने की चुनौती से निपटना होगा। हालांकि, शरा ने उससे मिलने वाले पश्चिमी देशों के अधिकारियों से कहा है कि उसके नेतृत्व वाला इस्लामवादी हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) संगठन ना कभी पूर्व शासन से बदला लेगा और ना ही धार्मिक अल्पसंख्यकों पर जुल्म करेगा।
एचटीएस पूर्व में अलकायदा से जुड़ा था
एचटीएस पूर्व में अलकायदा से जुड़ा था। गौरतलब है कि बीते आठ दिसंबर को सीरियाई विद्रोहियों ने दमिश्क पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद 13 वर्षों से सत्ता पर काबिज असद अपने परिवार संग देश छोड़कर चले गए थे।