दूसरे राज्यों से दिल्ली आने वाली बसों के लिए तय होंगे बस अड्डे
इसके तहत अब अलग-अलग राज्यों से आने वाली बसें के रुकने और चलने के लिए बस अड्डे तय किए जाएंगे।
राष्ट्रीय राजधानी में अंतरराज्यीय सरकारी बसों की आवाजाही को दुरुस्त करने के लिए परिवहन विभाग की ओर से योजना तैयार की गई है। इसके तहत अब अलग-अलग राज्यों से आने वाली बसें के रुकने और चलने के लिए बस अड्डे तय किए जाएंगे।
मौजूदा समय में दिल्ली के तीनों बस अड्डों कश्मीरी गेट, आनंद विहार और सराय काले खां पर सभी राज्यों की बसें शुरू और समाप्त होती हैं। ऐसे में सड़कों पर यातायात दबाव बढ़ता है। परिवहन विभाग की योजना है कि जिस तरह से दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर दिशा के अनुसार राज्यों में जाने वाली ट्रेन मिलती है उसी तरह से बस अड्डों पर राज्य वार बसें शुरू हो और समाप्त हो। इसके लिए निश्चित राज्य से आने वाली बसों के लिए एक समर्पित बस अड्डा तय किया जाएगा।
परिवहन विभाग के अधिकारी ने बताया कि योजना यह है कि हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर समेत उत्तरी राज्यों की बसें कश्मीरी गेट बस अड्डे पर रुकेंगी। जबकि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार समेत अन्य पूर्वी राज्यों की बसें आनंद विहार बस अड्डे पर रुकेंगी। वहीं दक्षिणी राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों की बसें सराय काले खां बस अड्डे पर रुकेंगी। इससे दिल्ली की सड़कों पर बसों का भार कम होगा।
यह योजना निजी और सरकारी अंतरराज्यीय बसों पर लागू होगी। मौजूदा समय में सभी राज्यों की बसें सभी बस अड्डों पर आती हैं। ऐसे में उन बसों से यातायात पर असर होता है।
योजना के अमलीजामा पहनाने के लिए अभी नोटिस जारी कर सुझाव मांगा गया है। 15 दिन के भीतर मिले सुझाव पर योजना लागू की जाएगी। बता दें कि इससे पहले परिवहन विभाग ने निजी बस ऑपरेटरों के लिए दिशा निर्देश तय किए थे। इसमें कहा गया था कि निजी बसें दिल्ली के तीनों आईएसबीटी पर ही सवारियों को पिक और ड्रॉप करेंगी। इससे न केवल सड़कों पर निजी बसों की वजह से लगने वाला जाम खत्म होगा बल्कि दुर्घटनाओं पर भी लगाम लगेगी।
अंतरराज्यीय बस अड्डे दिल्ली में हैं इनसे चलती हैं सभी राज्यों की बसें
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आईएसबीटी कश्मीरी गेट, आनंद विहार और सराय काले खां पर पहले से अब बसों के रुकने के समय को कम किया गया है, साथ ही अन्य सुविधाओं को भी बढ़ाया है।
3000 से अधिक अंतरराज्यीय बसों की होती है आवाजाही
अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली में रोजाना 3000 से अधिक सरकारी बसों की आवाजाही होती है। इसमें सबसे अधिक कश्मीरी गेट बस अड्डे से रोजाना 1500-1600 बसें चलती हैं। वहीं अक्तूबर, नवंबर और मार्च के त्योहारी महीनों के दौरान यह संख्या बढ़कर 1750 बसें रोजाना हो जाती हैं। वहीं आनंद विहार में प्रतिदिन 800-850 बसें आती हैं और त्योहारों के समय यह संख्या एक हजार होती है।
जबकि सराय काले खां में प्रतिदिन औसतन 200-260 बसें आती हैं। अधिकारियों का कहना है कि नई योजना के तहत बस अड्डों से योजनाबद्ध तरीके से बसों की राज्य वार आवाजाही होगी। इससे यात्रियों को यह पता होगा कि अगर उन्हें किसी खास राज्य के लिए बस पकड़नी है तो उन्हें किस बस अड्डे पर जाना है।