शादी के बाद सास को खुश रखने में मदद करेंगी 5 ट्रिक्स

शादी के बाद अगर आप भी अपनी सास के साथ रिश्तों को खुशहाल रखना चाहती हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। यहां हम आपको कुछ ऐसे टिप्स (Relationship Tips) बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप अपनी सास के दिल में जगह बना सकती हैं (Saas Ko Khush Rakhne Ke Upay) और पतिदेव को भी अपनी समझदारी से रूबरू करा सकती हैं। आइए जानें।

शादी से पहले हर लड़की सबसे ज्यादा इस बात को लेकर चिंतित रहती है कि उसकी सास से उसके रिश्ते कैसे रहेंगे। इसलिए शादी से पहले और बाद में, आसपास के लोग लड़की को अक्सर ये सलाह देते हैं कि वो अपनी सास से कभी बहस न करें और हमेशा उनकी बात मानें। ये सलाह भले ही सास को खुश कर दें, लेकिन ये बहू को अपनी सास के साथ एक गहरा और इमोशनल कनेक्शन बनाने से रोकती हैं। बेहतर होगा कि बहू अपनी असली शख्सियत को छिपाए बिना अपनी सास का दिल जीते। अगर आप भी कुछ ऐसी ही तरीके (Saas Ko Khush Rakhne Ke Upay) जानना चाहती हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। आइए जानते हैं कि बहू अपनी सास के साथ एक प्यार-भरा रिश्ता कैसे बना सकती है।

पसंद-नापसंद को समझें
सास-बहू के रिश्ते में सबसे बड़ी चुनौती होती है एक-दूसरे को समझना। बहुएं अक्सर अपनी सास को खुश करने के लिए तरह-तरह की कोशिशें करती हैं। वे जानना चाहती हैं कि सास को क्या पसंद है, लेकिन अक्सर यह भूल जाती हैं कि उन्हें क्या नापसंद है। मान लीजिए, एक बहू को पता चलता है कि उसकी सास को पालक पनीर बहुत पसंद है। उसने बहुत मेहनत से पालक पनीर बनाया, लेकिन यह नहीं जानती थी कि उसकी सास को सब्जी में लहसुन बिल्कुल पसंद नहीं है। ऐसे में सारी मेहनत बेकार चली जाएगी।

मां जैसा प्यार करें
अक्सर हम यह उम्मीद करते हैं कि हमें बिना कुछ दिए सब कुछ मिल जाए। सास-बहू के रिश्ते में भी यही होता है। बहुएं चाहती हैं कि सास उन्हें मां जैसा प्यार दे, लेकिन बताइए क्या आपने कभी अपनी कभी सास को मां जैसा दर्जा देने की कोशिश की है? याद रखें, प्यार एक पेड़ है जिसे दोनों को मिलकर सींचना होता है। अगर आप चाहते हैं कि यह पेड़ फले-फूले, तो आपको भी अपनी तरफ से कुछ करना होगा।

बदलाव लाएं, लेकिन धीरे-धीरे
आपकी बेबाकी अच्छी है, लेकिन घर में सब कुछ अपने हिसाब से चलाने की कोशिश करना सही नहीं है। आपकी सास ने इस घर को बहुत मेहनत से संवारा है। उनकी भावनाओं को समझें। मान लीजिए आपने अपना कमरा बहुत मेहनत से सजाया है और कोई बिना पूछे सब कुछ बदल देता है। आपको कैसा लगेगा? यही फीलिंग आपकी सास को भी हो सकती है। धीरे-धीरे आप अपनी पसंद की चीजें घर में ला सकती हैं, लेकिन परिवार के साथ मिलकर। एक-दूसरे के विचारों का सम्मान करना ही एक मजबूत परिवार की नींव है।

पति को बीच में न लाएं
पति को अपनी पत्नी को ससुराल में ढलने में मदद करनी चाहिए और उसकी खुशी का ख्याल रखना चाहिए। लेकिन, अगर पति हमेशा अपनी पत्नी का ही साथ दें, तो इससे सास और बहू के रिश्ते में खटास आ सकती है। अगर किसी बात पर असहमति हो, तो बहू को सास से शांति से बात करनी चाहिए और अपनी बात समझानी चाहिए। याद रखें, आपका पति सास का बेटा भी है। हर छोटी-मोटी बात के लिए उसे बीच में लाने से घर की शांति बिगड़ सकती है। मान लीजिए, अगर आपको खाना पसंद नहीं आया तो आप सीधे सासु मां से बात कर सकती हैं, पति को बीच में न खींचें।

समझें सास का स्वभाव
शादी से पहले लड़कियां अक्सर अपने होने वाले पति से अपनी सास के नेचर के बारे में कई सवाल करती हैं। हालांकि, ऐसा करना हमेशा सही नहीं होता। बेटे होने के नाते वे आपको कुछ बुनियादी बातें तो बता सकते हैं, लेकिन सास के साथ एक अच्छा रिश्ता बनाने में यह ज्यादा मदद नहीं कर पाएगा। बेहतर होगा कि आप बहू बनकर जब ससुराल जाएं, तो पहले दिन से ही अपनी सास के स्वभाव को समझने की कोशिश करें। आपको किस स्थिति में उनसे किस तरह बात करनी चाहिए, ससुराल से जुड़ी किसी भी सिचुएशन में क्या करना चाहिए और क्या नहीं, इन सबका अच्छे से अंदाजा लगाने की कोशिश करें।

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