धोनी के बिना आर अश्विन नहीं बन पाते भारत के ‘सुपरस्टार’

भारतीय टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने 18 दिसंबर 2024 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेकर हर किसी को हैरानी में डाल दिया। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा टेस्ट मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ और इसके ठीक कुछ मिनट बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने अपने रिटायरमेंट की घोषणा की। अश्विन के संन्यास के बाद फैंस सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शंस दे रहे हैं।

कहते है कि हर किसी की जिंदगी में किसी बड़े का साथ होना जरूरी होता हैं। अगर आप कुछ गलत कर रहे हैं तो कोई हो जो आपको सही दिशा दिखाए और आपको आपकी मंजिल तक पहुंचाए। इस मतलब से भरी दुनिया में ऐसे लोग बेहद ही कम देखने को मिलते हैं, लेकिन इंसानियत खत्म नहीं हुई हैं। आपको ऐसे लोग भी अपनी लाइफ में कभी-न-कभी जरूर मिले होंगे जिन्होंने आपको बिना किसी मतलब के सही रास्ता दिखाया होगा।

ऐसा ही कुछ भारतीय टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर आर अश्विन की जिंदगी में हुआ। बता दें कि 18 दिसंबर 2024 यानी आज अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेकर हर किसी को हैरानी में डाल दिया। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा टेस्ट मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ और इसके ठीक कुछ मिनट बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने अपने रिटायरमेंट की घोषणा की।

ये तो सभी जानते हैं कि भारत के लिए टेस्ट मैचों में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने में अश्विन का नाम हैं, लेकिन वह इस कामयाबी तक कैसे पहुंचे, इसकी स्टोरी विस्तार से कोई नहीं जानता। बता दें कि अश्विन की जिंदगी में उनकी कामयाबी के पीछे पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का हाथ रहा हैं, जिन्होंने उनके करियर को पूरा पलटकर रख दिया।

R Ashwin ने इंटरनेशनल क्रिकेट को कहा अलविदा
दरअसल, ब्रिस्बेन के गाबा में खेला गया भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा। इस मैच के बाद अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। वह तीनों फॉर्मेट मिलाकर 287 मैच खेले, जिसमें उन्होंनने 765 विकेट लिए। भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले अश्विन दूसरे गेंदबाज हैं। उनसे आगे सिर्फ अनिल कुंबले हैं, जिन्होंने 953 विकेट लिए हैं।

R Ashwin की कामयाबी के पीछे MS Dhoni का रहा बड़ा हाथ
भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज ऑफ स्पिनर आर अश्विन (R Ashwin) ने अपने करियर में सफलता का श्रेय पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी को देते हैं। उन्होंने पहले कई इंटरव्यू में ये खुलासा किया कि धोनी ने जिस तरह से 2011आईपीएल फाइनल में उन्हें नई गेंद थमाई थी और उन्होंने फॉर्म में चल रहे क्रिस गेल का विकेट लिया था, जिसने उनके करियर को एक नई दिशा दिखाने का काम किया। अश्विन कभी भी उस रात को भूल नहीं सकते हैं। उतार चढ़ाव से भरे सफर में धोनी ने उन पर भरोसा जताया था।

अश्विन ने धोनी को लेकर पहले ये खुलासा किया था कि धोनी ने मुझे जो दिया। उसके लिए मैं जिंदगी भर उनका कर्जदार रहूंगा। उन्होंने मुझे नई गेंद से मौका दिया, जबकि सामने क्रिस गेल थे और17 साल बाद अनिल भाई इसी घटना के बारे में बात करेंगे।

बता दें कि अश्विन को साल 2008 आईपीएल में स्थानीय स्पिनर के तौर पर शामिल किया था, लेकिन मुरलीधरन की वजह से उन्हें एक भी मैच नहीं खेलने को मिला। 38 साल के अश्विन ने खुद में सुधार किया और फिर उनका ग्रॉफ बढ़ता चला गया। अश्विन ने अभी तक आईपीएल में कुल 212 मैच खेलते हुए 180 विकेट ले लिए हैं।

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