सबकुछ तय होने के बाद आखिरी मौके पर क्यों टूट जाती है शादी?

शादी सिर्फ दो दिलों का मिलन ही नहीं बल्कि दो परिवारों का एक होना भी होता है। हालांकि कई बार यह खूबसूरत सपना पूरा होने से पहले ही टूट जाता है। दूल्हा और दुल्हन के साथ-साथ यह परिवार के लिए भी यह एक मुश्किल घड़ी होती है। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों आखिरी मौके पर टूट जाती है शादी (Reasons for Broken Marriage) और इससे कैसे बच सकते हैं।

रिया और राहुल की शादी की तैयारियां जोरों पर थीं। दोनों परिवारों में खुशी का माहौल था, लेकिन शादी से कुछ दिन पहले रिया को राहुल के बारे में कुछ ऐसा पता चला जिसने उसे झकझोर कर रख दिया। वह मान नहीं पा रही थी कि जिस इंसान से उसने शादी करने का फैसला किया था, वह उसके साथ ऐसा कर सकता है। आखिरकार उसने शादी तोड़ने का फैसला कर लिया।

यह सिर्फ एक उदाहरण है, अपने आसपास आपको ऐसे कई किस्से देखने को मिलते होंगे, जहां रिश्ता तय होने के बाद शादी का दिन करीब आ ही रहा होता है, लेकिन लास्ट मिनट पर शादी टूट जाती है। ऐसे में, आइए इस आर्टिकल में आपको इस फैसले के पीछे छिपी कुछ वजहों (Marriage Cancellations Causes) के बारे में बताते हैं और साथ ही इससे बचने के तरीकों से भी रूबरू कराते हैं।

शादी टूटने के पीछे के कारण (Reasons Behind Marriage Cancellations)

दिल की आवाज सुनना
कई बार समाज की उम्मीदें और परिवार का दबाव हमें ऐसे रास्ते पर ले जाते हैं, जिस पर हमारा दिल नहीं होता। शादी जैसा बड़ा फैसला लेते समय, जब हम अकेले होते हैं और अपने मन की आवाज सुनते हैं, तो हमें अक्सर एहसास होता है कि हम इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं हैं। यह हमारा अंतर्मन हमें बताता है कि हमारी खुशी कहीं और छिपी है। ऐसे में, कई लोग शादी तोड़ने का फैसला कर लेते हैं।

इनसिक्योरिटी
शादी लाइफ का एक जरूरी अध्याय है, लेकिन साथ ही यह कई तरह की इनसिक्योरिटी भी साथ लाती है। क्या मैं इस व्यक्ति के साथ खुश रह पाऊंगा? क्या हमारी जिंदगी के लक्ष्य एक जैसे हैं? क्या हमारी सोच में तालमेल है? ये सवाल अक्सर शादी नजदीक आने पर मन में उठते हैं और अगर इनका जवाब हमें संतुष्ट नहीं करता, तो हम इस बड़े फैसले से पीछे हटने लगते हैं और शादी होते-होते टूट जाती है।

परिवार का दबाव
परिवार का दबाव अक्सर बच्चों पर शादी के लिए जल्दबाजी करने का होता है। माता-पिता की ओर से लगातार शादी के लिए दबाव बनाया जाना दूल्हा और दुल्हन दोनों के लिए ही इमोशनल स्ट्रेस की वजह बन सकता है। यह दबाव कई बार इतना ज्यादा हो जाता है कि वे शादी से इनकार करने के लिए मजबूर हो जाते हैं, भले ही वे शादी करना चाहते हों।

पिछले रिश्तों का असर
पिछले रिश्तों के एक्सपीरिएंस का असर किसी भी शख्स की इमोशनल हेल्थ और नए रिश्तों पर गहरा असर डाल सकता है। अगर कोई व्यक्ति पहले किसी रिश्ते में नाकाम रहा है तो उसे नए रिश्ते पर भरोसा करने में मुश्किल हो सकती है। वह अक्सर खुद को इस सवाल के साथ पाता है कि क्या वह फिर से दिल टूटने का दर्द उठा सकता है? यह डर उसे शादी जैसी कमिटमेंट से दूर कर देता है और लास्ट मिनट पर शादी टूट जाती है।

फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स
शादी एक महंगा मामला है और फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स कई बार इस खूबसूरत रिश्ते में बाधा बन सकती हैं। अगर दूल्हा या दुल्हन आर्थिक रूप से मजबूत स्थिति में नहीं है, तो वे शादी को टालने या उससे पूरी तरह पीछे हटने का फैसला ले सकते हैं। इस वजह से भी कई शादियां आखिरी मौके पर टूट जाती हैं।

सेहत से जुड़ी समस्याएं
अगर किसी को कोई गंभीर बीमारी है तो वह शादी से पहले अपने पार्टनर को बताने से हिचकिचा सकता है, लेकिन जब बात शादी की आती है तो सच्चाई छिपाना मुश्किल हो जाता है और कई बार यह शादी टूटने का कारण बन जाता है।

शादी टूटने के नतीजे
शादी टूटने के परिणाम बहुत गंभीर होते हैं। यह न सिर्फ दुल्हन और दूल्हे के लिए बल्कि उनके परिवारों के लिए भी एक बहुत ही दर्दनाक एहसास होता है। शादी टूटने से मानसिक तनाव, डिप्रेशन और कॉन्फिडेंस की कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

शादी टूटने से कैसे बचाई जा सकती है?

एक-दूसरे को अच्छे से जानें
शादी से पहले दोनों पार्टनर को एक-दूसरे को अच्छे से जानने का समय देना चाहिए। साथ में समय बिताएं, एक-दूसरे के बारे में बात करें और अपनी भावनाओं को साझा करें।

परिवार का सपोर्ट लें
शादी का फैसला लेते समय परिवार का सपोर्ट लेना बहुत जरूरी है। परिवार के सदस्यों से बात करें और उनकी राय जानें।

प्रोफेशनल की मदद लें
अगर आपको शादी को लेकर कोई शक है तो किसी काउंसलर से बात करें। वे आपको अपनी समस्याओं को समझने और उनका समाधान निकालने में मदद कर सकते हैं।

दबाव में न आएं
शादी का फैसला लेते समय किसी के दबाव में न आएं। यह आपका जीवन का सबसे जरूरी फैसला है, इसलिए इसे सोच-समझकर लें।

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