पंजाब के हजारों घरों के लिए खड़ी हुई बड़ी मुसीबत!
लुधियाना: ताजपुर स्थित बिजली घर में लगी भयानक आग के कारण पावर कॉम विभाग को 7 करोड़ रुपए से अधिक का आर्थिक नुकसान होने की संभावना है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन के डायरैक्टर डी.पी.एस. ग्रेवाल द्वारा मौके का जायजा लेते हुए पावर कॉम विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को युद्ध स्तर पर काम निपटाना के निर्देश दिए गए हैं ताकि इलाके में बिजली की सप्लाई व्यवस्था को जल्द से जल्द शुरू किया जा सके।
बिजली घर के ग्रिड को आग लगने के कारण ईस्ट इलाके की विभिन्न कॉलोनियों में पड़ते 15,000 घरेलू और 1000 औद्योगिक घरानों में बिजली की सप्लाई व्यवस्था ठप्प पड़ गई है, जिसे ध्यान में रखते हुए पावर कॉम विभाग के डायरैक्टर डी.पी.एस. ग्रेवाल द्वारा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को रात-दिन एक कर इलाके में बिजली की सप्लाई यकीनी बनाने की बात पर जोर दिया गया है ताकि कोई भी परिवार अथवा व्यापारी वर्ग बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित न रहने पाए।
जानकारी के मुताबिक बिजली घर में फीडरों एवं लाइनों को तुरंत प्रभाव से दुरुस्त करने के लिए 100 से अधिक कर्मचारी एवं पावर कॉम विभाग के 10 के करीब एक्सियन, एस.डी.ओ. मौका संभाले हुए हैं जिनकी अगुवाई खुद पावर कॉम विभाग के चीफ इंजीनियर जगदेव सिंह हांस व डिप्टी चीफ इंजीनियर ईस्ट सर्कल सुरजीत सिंह द्वारा की जा रही है।
इस मौके पर पावर कॉम विभाग के प्रोटक्शन एंड मैनेजमैंट के इंजीनियर पुनरदीप सिंह बराड़ भी मुख्य तौर पर पहुंचे। बिजली विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक गत 11 दिसम्बर की शाम करीब सवा 5 बजे ताजपुर रोड स्थित 66 के.वी. सब-स्टेशन पावर ट्रांसफार्मर से आग की चिंगारियां उठने के कारण मौके पर लगा एक नंबर 31.5 एम.वी.ए. ट्रांसफॉर्मर आग की भयानक लपटों में घिर गया और देखते ही देखते आग पास लगे दूसरे 31.5 एम.वी.ए की क्षमता वाले ट्रांसफार्मर तक पहुंच गई। इसके कारण दोनों ट्रांसफार्मर बुरी तरह से जल गए और अधिकतर इलाको में ब्लैकआउट की स्थिति पैदा हो गई।
अधिकारियों ने दावा किया है कि पावर कॉम विभाग की विभिन्न टीमों द्वारा आग लगने की कुछ समय बाद ही मौके पर पहुंच कर देर शाम को मोर्चा संभाल लिया गया और देर रात को इलाके से गुजरे हैं बिजली के अन्य फीडरों पर लोड डालकर अधिकतर इलाकों में बिजली की सप्लाई शुरू कर दी गई। अधिकारियों ने दावा किया है कि अधिकतर घरेलू इलाकों में बिजली की अस्थायी तौर पर सप्लाई बहाल कर दी गई है जबकि औद्योगिक घरानों एवं अन्य बचे इलाकों में बिजली की सामान्य सप्लाई शुरू करने में अभी कुछ और समय लग सकता है।
हादसे के 14 घंटे बाद भी सुलगती रही आग की चिंगारियां और उठाता रहा धुआं
‘पंजाब केसरी’ की टीम द्वारा मौके का दौरा करने पर देखा गया कि हादसे के करीब 14 घंटे बाद भी बिजली के ट्रांसफार्मर और अन्य उपकरणों में से आग की चिंगारियां सुलगती रही और धुआं उठता रहा। ‘पंजाब केसरी’ के छायाकार द्वारा कमरे में कैद की तस्वीरे इस सच्चाई को बयां कर रही है कि हादसा बड़ा ही दिल दहला देने वाला रहा। इसमें बिजली विभाग के कई ट्रांसफॉर्मर सहित अन्य लोहे के उपकरण जलकर बुरी तरह से पिघल गए हैं। बताया जा रहा है कि दमकल विभाग के कर्मचारियों की विभिन्न टीमों द्वारा करीब 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग की भयानक लपटें पर काबू पाया गया है।