दिल्ली चुनाव: कांग्रेस का पहला कदम गंभीर, मुकाबला होगा रोचक
21 प्रत्याशियों के पहली लिस्ट में कांग्रेस चुनाव को लेकर संजीदा दिख रही है। कभी दिल्ली की सियासत में धुरंधर माने जाने वाले चेहरों को कांग्रेस ने मैदान में उतारा है। पार्टी का दावा है कि आगे दूसरी लिस्ट में और भी चौंकाने वाले नाम होंगे।
दिल्ली विधान सभा चुनाव के लिए बढ़ा कांग्रेस का पहला कदम गंभीर माना जा रहा है। 21 प्रत्याशियों के पहली लिस्ट में कांग्रेस चुनाव को लेकर संजीदा दिख रही है। कभी दिल्ली की सियासत में धुरंधर माने जाने वाले चेहरों को कांग्रेस ने मैदान में उतारा है। पार्टी का दावा है कि आगे दूसरी लिस्ट में और भी चौंकाने वाले नाम होंगे। दिल्ली चुनाव के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता दमखम से मैदान में होंगे। दिल्ली कांग्रेस की न्याय यात्रा ने कार्यकर्ताओं में जोश भरकर इसके लिए पहले ही आधार तैयार कर रखा है।
दरअसल, पार्टी ने जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें सबसे दिलचस्प नाम संदीप दीक्षित का है। उनको नई दिल्ली की उसी सीट से प्रत्याशी बनाया गया है, जहां से उनकी मां व दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का शिकस्त देकर आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपना सियासी सफर शुरू किया और तीन बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। ऐसे में माना जा रहा है कि सियासी के साथ यह सीट संदीप दीक्षित के लिए निजी तौर पर भी खासा अहम होगी। अगर केजरीवाल नई दिल्ली विधान सभा से चुनाव लड़ते हैं तो कांग्रेस-आप की लड़ाई आर-पार की होगी।
दूसरी तरफ कांग्रेस ने दो दिन पहले पार्टी में शामिल हुए सीलमपुर से आप विधायक अब्दुल रहमान को सीलमपुर से टिकट दिया। यहां उनका मुकाबला पूर्व कांग्रेसी मतीन अहमद के पुत्र जुबेर अहमद से होगा। एक तरह से सीलमपुर सीट पर कांग्रेस व आप प्रत्याशियों की अदला-बदली हो गई है। 2020 चुनाव में मौजूदा दोनों प्रत्याशी विरोधी पार्टी में थे। वहीं, द्वारका से आप से विधायक रहे आदर्श शास्त्री इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भी पहली लिस्ट में अपनी दावेदारी ठोंक दी है। इसके अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार, मंत्री हारून युसूफ, कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक, अभिषेक दत्त समेत दूसरे दिग्गज भी मैदान में हैं। जानकारों की मानें तो कांग्रेस की पहली लिस्ट से साफ है कि आप से गठबंधन न होने के बाद कांग्रेस ने इस चुनाव को गंभीरता से लिया है। तभी पूर्व सांसद, दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री समेत दूसरे चेहरे मैदान में उतार दिए हैं।