आज है शुक्र प्रदोष व्रत, पढ़ें दैनिक पंचांग और शुभ मुहूर्त

सनातन धर्म में शुक्र प्रदोष व्रत (Shukra Pradosh Vrat 2024) का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शिव की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। भगवान शिव के शरण में रहने वाले साधकों को जीवन में हमेशा सुखों की प्राप्ति होती है। आइए पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 13 December 2024) जानते हैं-

वैदिक पंचांग के अनुसार, आज यानी 13 दिसंबर को शुक्र प्रदोष व्रत है। इस शुभ अवसर पर भक्तगण प्रातः काल से भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा कर रहे हैं। साथ ही मंदिरों में भगवान शिव का अभिषेक किया जा रहा है। साधक मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए व्रत भी रख रहे हैं। धर्मिक मत है कि शुक्र प्रदोष व्रत करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। शुक्र प्रदोष व्रत पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा करने से अमोघ फल की प्राप्ति होगी। आइए, पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 13 December 2024) जानते हैं-

शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 13 दिसंबर को संध्याकाल 07 बजकर 40 मिनट तक है। इसक बाद चतुर्दशी तिथि शुरू होगी। इस वर्ष 15 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाएगी।

योग
ज्योतिषियों की मानें तो मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के शुभ अवसर पर शिव योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का संयोग 11 बजकर 54 मिनट तक है। इसके बाद सिद्ध योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही रवि योग का भी संयोग शुक्र प्रदोष व्रत पर है। शुक्र प्रदोष व्रत पर शिववास योग का भी निर्माण हो रहा है। इन योग में भगवान शिव की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।

आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 13 December 2024)

सूर्योदय – सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर
सूर्यास्त – शाम 05 बजकर 26 मिनट पर
चंद्रोदय- दोपहर 03 बजकर 26 मिनट पर
चंद्रास्त- देर रात 05 बजकर 54 मिनट पर (14 दिसंबर)
शुभ समय (Today Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 05 बजकर 16 मिनट से 06 बजकर 11 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 59 मिनट से 02 बजकर 40 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 23 मिनट से 05 बजकर 51 मिनट तक
निशिता मुहूर्त- रात 11 बजकर 48 मिनट से 12 बजकर 43 मिनट तक

अशुभ समय

राहुकाल – सुबह 10 बजकर 58 मिनट से 12 बजकर 15 मिनट तक
गुलिक काल – सुबह 08 बजकर 23 मिनट से 09 बजकर 40 मिनट तक
दिशा शूल – पश्चिम

ताराबल

अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती

चन्द्रबल

मेष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, कुम्भ

शिव जी के मंत्र

ॐ नमः शिवाय
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
ॐ नमो भगवते रुद्राय नमः
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
करचरण कृतं वाक्कायजं कर्मजं वा ।
श्रवणनयनजं वा मानसं वापराधं ।
विहितमविहितं वा सर्वमेतत्क्षमस्व ।
जय जय करुणाब्धे श्रीमहादेव शम्भो ॥

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