महाराष्ट्र: नवी मुंबई के एक व्यक्ति से साइबर जालसाजों ने ठगे 58 लाख रुपये

नवी मुंबई के 60 वर्षीय एक व्यक्ति को शेयरों में निवेश करने का लालच देकर साइबर जालसाजों ने कथित तौर पर 58 लाख रुपये की ठगी की।

एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर साइबर पुलिस ने शुक्रवार को पांच लोगों के खिलाफ धारा 336 (3) (जालसाजी), 318 (4) (छद्मवेश धारण करके धोखाधड़ी) और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) तथा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।

शेयर निवेश में रिटर्न के नाम पर ठगी

उन्होंने बताया कि डिजाइन कंसल्टेंट शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने अक्टूबर में उनसे संपर्क किया और शेयर निवेश में आकर्षक रिटर्न की पेशकश की।

आरोपी ने व्यक्ति को ऑनलाइन लिंक भेजे और निवेश के लिए पैसे जमा करने के लिए इनका इस्तेमाल करने को कहा। अधिकारी ने कहा, हालांकि, जब उसने बाद में अपने पैसे और रिटर्न के बारे में पूछताछ की, तो आरोपी ने उचित जवाब नहीं दिया।उन्होंने बताया कि जालसाजों ने यह भी दावा किया था कि वे एक राष्ट्रीयकृत बैंक की शेयर ट्रेडिंग शाखा से जुड़े हुए हैं।

बुजुर्ग से 58 लाख रुपये की ठगी

अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता ने 16 अक्टूबर से 28 नवंबर के बीच 58 लाख रुपये गंवा दिए।शिकायतकर्ता के अनुसार, उसके निवेश विवरण से पता चला कि उसके खाते में 5.12 करोड़ रुपये थे, लेकिन वह राशि नहीं निकाल सका और आरोपी ने कथित तौर पर उसे उसके ही रुपये लौटाने के लिए 50.8 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए कहा।अधिकारी ने कहा कि जब आरोपी ने उससे पैसे की मांग जारी रखी, तो शिकायतकर्ता को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है और उसने साइबर पुलिस से संपर्क किया।

ठाणे में बिटकॉइन के नाम पर ठगी

महाराष्ट्र के ठाणे जिले के एक 33 साल के व्यक्ति से साइबर जालसाजों ने बिटकॉइन में व्यापार करने का लालच देकर कथित तौर पर 21.9 लाख रुपये की धोखाधड़ी की, पुलिस ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है।पुलिस अधिकारी ने मामले की जानकारी देते हुए कहा, डोंबिवली के निवासी शिकायतकर्ता को एक विदेशी फोन नंबर से कॉल आया और कॉल करने वाले ने उसे आकर्षक रिटर्न का आश्वासन देते हुए बिटकॉइन में व्यापार करने का लालच दिया।पुलिस ने आगे बताया कि उस व्यक्ति ने 8 नवंबर से 3 दिसंबर तक 21.9 लाख रुपये ट्रांसफर किए। हालांकि, जब उन्होंने अपने निवेश पर रिटर्न मांगा, तो जालसाजों ने उनके कॉल या संदेशों का जवाब नहीं दिया।अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है और जांच चल रही है।

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