प्रदोष व्रत की डेट को लेकर न हो कन्फ्यूज

प्रदोष व्रत के दिन महादेव और मां पार्वती की पूजा-अर्चना संध्याकाल में करने का विधान है। साथ ही जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति के लिए व्रत भी किया जाता है। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इस दिन शिव जी की उपासना करने से जातक को करियर और कारोबार में सफलता प्राप्त होती है और सभी मनोकामना जल्द पूरी होती है। आइए, मार्गशीर्ष माह के दूसरे प्रदोष व्रत की सही डेट और शुभ मुहूर्त समेत आदि महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानते हैं।

प्रदोष व्रत 2024 शुभ मुहूर्त (Pradosh Vrat 2024 Date and Shubh Muhurat)

पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 12 दिसंबर को देर रात 10 बजकर 26 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, 13 दिसंबर को शाम 07 बजकर 40 मिनट पर त्रयोदशी तिथि समाप्त होगी। इस प्रकार 13 दिसंबर (Pradosh Vrat 2024 Date) को मार्गशीर्ष माह का अंतिम प्रदोष व्रत किया जाएगा। इस दिन शुक्रवार पड़ रहा है, तो ऐसे में इसे शुक्र प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा। इस दिन प्रदोष काल संध्याकाल 05 बजकर 26 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 40 मिनट तक है।

पंचांग

सूर्योदय – सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर

सूर्यास्त – शाम 05 बजकर 26 मिनट पर

चन्द्रोदय- दोपहर 03 बजकर 26 मिनट पर

चंद्रास्त- सुबह 05 बजकर 54 मिनट पर

ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 05 बजकर 16 मिनट से 06 बजकर 11 मिनट तक

विजय मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 59 मिनट से 02 बजकर 40 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 23 मिनट से 05 बजकर 50 मिनट तक

निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 48 मिनट से 12 बजकर 43 मिनट तक

प्रदोष व्रत पूजा सामग्री लिस्ट (Pradosh Vrat Puja Samagri List)

दूध, पवित्र जल, गंगाजल, शहद,अ क्षत, कलावा, फल, फूल, सफेद मिठाई, कनेर का फूल आसन सफेद चंदन भांग धतूरा बेल पत्र, कपूर,धूपबत्ती, वस्त्र, पंचमेवा, प्रदोष व्रत कथा की पुस्तक,शिव चालीसा, शंख ,हवन सामग्री समेत आदि।

प्रदोष व्रत के उपाय (Pradosh Vrat Ke Upay)

अगर आप धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करें और शिवलिंग पर केसर और शक्कर आदि चीजें अर्पित करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से धन लाभ के बनते हैं और महादेव प्रसन्न होते हैं।

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