कब है मोक्षदा एकादशी और मार्गशीर्ष पूर्णिमा? जानें शुभ मुहूर्त!
मार्गशीर्ष माह का जल्द ही समापन होने वाला है। पंचांग के अनुसार, इस वर्ष पौष माह की शुरुआत 16 से दिसंबर से होगी और 13 जनवरी को समापन होगा। 09 दिसंबर से लेकर 15 दिसंबर तक का यह सप्ताह बेहद अच्छा रहने वाला है, क्योंकि इस सप्ताह में मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi 2024), प्रदोष व्रत, मार्गशीर्ष पूर्णिमा (Margashirsha Purnima 2024) और धनु संक्रांति समेत आदि व्रत और पर्व मनाए जाएंगे। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि मोक्षदा एकादशी का व्रत करने से जातक को जीवन के सभी पापों से छुटकारा मिलता है। आइए जानते हैं इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों के बारे में।
मोक्षदा एकादशी 2024 डेट और शुभ मुहूर्त (Mokshada Ekadashi 2024 Date and Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 11 दिसंबर को देर रात 03 बजकर 42 मिनट पर शुरू होगी और 12 दिसंबर को देर रात 01 बजकर 09 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में 11 दिसंबर को मोक्षदा एकादशी मनाई जाएगी। इसी दिन गीता जयंती भी है। धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इसी वजह से मोक्षदा एकादशी के दिन गीता जयंती मनाई जाती है।
प्रदोष व्रत 2024 शुभ मुहूर्त (Pradosh Vrat 2024 Date and Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 12 दिसंबर को देर रात 10 बजकर 26 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, 13 दिसंबर को शाम 07 बजकर 40 मिनट पर त्रयोदशी तिथि समाप्त होगी। ऐसे में 13 दिसंबर को प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2024 Date) को किया जाएगा। इस दिन प्रदोष काल संध्याकाल 05 बजकर 26 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 40 मिनट तक है।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा 2024 डेट और टाइम (Margashirsha Purnima 2024 Date and Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 14 दिसंबर को दोपहर 04 बजकर 58 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 15 दिसंबर को दोपहर को 02 बजकर 31 मिनट पर होगा। ऐसे में मार्गशीर्ष पूर्णिमा 15 दिसंबर (Kab Hai Margashirsha Purnima 2024) को मनाई जाएगी। इसी दिन अन्नपूर्णा जयंती और धनु संक्रांति भी मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता है कि मार्गशीर्ष की पूर्णिमा के दिन देवी पार्वती ने मां अन्नपूर्णा के रूप धारण किया था। इसी वजह से इसी तिथि पर अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है। ज्योतिष गणना के अनुसार, जब सूर्य ग्रह धनु राशि में गोचर करते हैं, तो ऐसे में धनु संक्रांति (Dhanu Sankranti 2024 Date) मनाई जाती है।