इस हिन्दू लड़की की वजह से पूरे पाकिस्तान में मचा बवाल, एक दुसरे को मरने पे उतारू हुए लोग…जाने क्या है वजह
भारत और पाकिस्तान. दोनों ही देश ऐसे हैं, जहां कोई अपराध बड़ा नहीं है. किडनैप करने से लेकर सड़क पर किसी को पीट देने तक, किडनैपिंग से लेकर गैंगरेप तक, कोई भी चीज बड़ी नहीं है. बड़े समाज-सुधारक नेता शिवपाल सिंह यादव के शब्दों में ‘ये सब तो डेली का रूटीन है’. लेकिन पाकिस्तान में इस बार कुछ ऐसा हुआ है, जिसकी किसी ने उम्मीद भी नहीं की होगी.
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक हिंदू लड़की को किडनैप कर लिया गया और इसकी आंच इस्लामाबाद तक पहुंच गई है.
सिंध के थार इलाके में बीते सप्ताह 16 साल की लड़की रविता मेघवार को जबरन नींद की गोलियां खिलाकर किडनैप कर लिया गया. जब हफ्तेभर तक उसका कुछ पता नहीं चला, तो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने चेतावनी दी कि अगल लड़की सुरक्षित नहीं मिली, तो पूरे पाकिस्तान में अभियान छेड़ा जाएगा. इस किडनैपिंग के पीछे धर्म-परिवर्तन की आशंका है.
लड़की की किडनैपिंग के बारे में जानकर बेहोश हुए उसके घरवालों को इस्लामकोट के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. उनके वहां से लौटने पर हिंदू समुदाय के लोगों ने इकट्ठा होकर पुलिस के सामने प्रदर्शन किया. रविता की मां हक्का और पिता सतराम का आरोप है कि नगरपारकर गांव के कुछ असरदार लोगों ने उनकी बेटी को किडनैप कराया है.
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इलाके के लोग ये आशंका भी जता रहे हैं कि रविता की शादी उनकी मर्जी के खिलाफ सैयद नवाज अली शाह से करा दी गई थी. ऐसे में उस पर धर्म बदलने का दबाव था और जबरन ऐसा कराने के लिए उसे किडनैप किया गया है. पाकिस्तान में बीते दिनों हिंदू विवाह अधिनियम पारित हुआ था, जिसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि हिंदुओं की हालत में सुधार आएगा, लेकिन ऐसा कुछ होता दिख नहीं रहा.
पाकिस्तान में यूं कराया जाता है धर्म-परिवर्तन
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने पिछले दिनों एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसके मुताबिक पाक में हर महीने 20 से 25 हिंदू लड़कियों को अगवा किया जाता है और फिर जबरन उनका धर्म-परिवर्तन करा दिया जाता है. हिंदू परिवार इसकी FIR भी दर्ज कराते हैं, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं होता. कई बार वो लोग, जिन पर अपहरण का आरोप होता है, उल्टा FIR दर्ज करवा देते हैं. दावा किया जाता है कि लड़की ने अपनी मर्जी से धर्म बदला. इसके बाद किसी दलील का कोई फायदा नहीं होता.