कानपुर: सेंट्रल स्टेशन पर डेढ़ घंटे ठप रही ओएचई, प्रयागराज जाने वाली छह ट्रेनें हुईं प्रभावित
कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर शुक्रवार की सुबह डेढ़ घंटे तक ओवर हेड इक्विप्मेंट (ओएचई) लाइन फेल होने की वजह से प्रयागराज जाने वाले छह से अधिक ट्रेनें आउटर पर खड़ी हो गईं। यह समस्या दिल्ली से वाराणसी जा रही 12582 बनारस सुपरफास्ट एक्सप्रेस की पेंटो टूटने के बाद आई। ट्रेन प्लेटफार्म नंबर पांच लगभग पहुंच गई थी।
रेलवे की तकनीकी टीम और टावर वैगन ने मशक्कत कर लाइन दुरुस्त कराई। दूसरे पेंटो से जोड़कर बनारस सुपरफास्ट एक्सप्रेस को रवाना किया गया। इधर आउटर और सेंट्रल स्टेशन से कुछ दूरी पर खड़ी ट्रेनों के यात्रियों को लेटलतीफी की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों ने रेलवे मंत्रालय और रेलवे मंत्री को देरी के लिए एक्स अकाउंट पर ट्विट किया।
घटना की विभागीय जांच होगी
ओएचई फेल होने की घटना की विभागीय जांच कराई जाएगी। सुबह करीब पौने छह बजे दिल्ली से वाराणसी जा रही बनारस सुपरफास्ट एक्सप्रेस 12582 सेंट्रल पर लगभग पहुंचने वाली थी कि अचानक उसके इंजन के पेंटो में तेज आवाज आई और टूट गया। एकाएक तेज आवाज से सेंट्रल के कर्मचारी, आरपीएफ व जीआरपी स्टाफ बाहर निकल आया।
छह से अधिक ट्रेनें हुईं प्रभावित
यात्रियों ने भी इंजन को देखा। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक पेंटो टूटने से ओएचई में भी खराबी आ गई। पूरी लाइन ही ट्रिप हो गई। यह सप्लाई सेंट्रल से लेकर यार्ड तक जाती है। ओएचई के ठप होने से सेंट्रल से प्रयागराज रूट पर जाने वाली छह से अधिक ट्रेनें जहां की तहां खड़ी हो गईं। इसमें 14164 संगम, 15657 ब्रह्मपुत्र मेल, चित्रकूट धाम कर्वी एक्सप्रेस 22442 समेत अन्य ट्रेनें शामिल हैं।
करीब डेढ़ घंटे में ठीक हो सकी ओएचई
उत्तर मध्य रेलवे के पीआरओ अमित सिंह ने बताया कि पेंटो टूटने और ओएचई की लाइन प्रभावित होने की वजह से कुछ ट्रेनें प्रभावित रहीं। टावर वैगन और अन्य तकनीकी टीम ने करीब डेढ़ घंटे में ओएचई को ठीक कर दिया। अब लाइन पूरी तरह से ठीक है। कुछ ट्रेनें जरूर लेट रही हैं।