आपकी रोज की छोटी-छोटी आदतें बढ़ाती है किडनी स्टोन का खतरा

इन दिनों लोगों की लाइफस्टाइल में काफी बदलाव होने लगे हैं। रहन-सहन से लेकर खानपान तक बदलते समय के साथ सबकुछ बदल चुका है। हालांकि, बदलती जीवनशैली का असर सेहत पर भी देखने को मिल रहा है। इन दिनों लोग कई तरह की समस्याओं का शिकार हो रहे हैं। किडनी स्टोन (Kidney stone causes) इन्हीं समस्याओं में से एक है, जिससे इन दिनों कई लोग परेशान हैं।

यह एक दर्दनाक स्थिति है, जिसकी वजह से पीड़ित व्यक्ति को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे क्या है किडनी स्टोन और किन कारणों से यह होती है और कैसे आप इससे अपना बचाव कर सकते हैं।

क्या होता है किडनी स्टोन?

किडनी स्टोन एक तरह क्रिस्टल होते हैं, जो आपकी किडनी में मौजूद मिनरल, एसिड और नमक से बनते हैं। ये रेत के दाने जितने छोटे हो सकते हैं या शायद ही कभी गोल्फ की गेंद से बड़े हो सकते हैं। गुर्दे की पथरी को रीनल कैलकुली या नेफ्रोलिथियासिस भी कहा जाता है।छोटी पथरी बिना किसी लक्षण के आपके यूरिनरी ट्रैक्ट से यूरिन के जरिए से निकल सकती है। हालांकि, बड़े गुर्दे की पथरी आपके यूरेटर में फंस सकती है। इससे पेशाब वापस आ सकता है और आपके शरीर से वेस्ट को फिल्टर करने की किडनी की क्षमता कम हो सकती है, जिससे ब्लीडिंग भी हो सकती है।

किडनी स्टोन का क्या कारण है?

आपकी यूरिन में मिनरल, एसिड और कैल्शियम, सोडियम, ऑक्सालेट और यूरिक एसिड जैसे पदार्थ होते हैं। जब आपकी यूरिन में सभी तत्वों के पार्टिकल की मात्रा ज्यादा और तरल पदार्थ बहुत कम होते हैं, तो वे आपस में चिपकना शुरू कर सकते हैं, जिससे क्रिस्टल या पत्थर बन सकते हैं। गुर्दे की पथरी महीनों या वर्षों में बन सकती है।

इन ये फैक्टर्स बढ़ाते हैं किडनी स्टोन का खतरा?

पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना।

सोडियम या चीनी (सुक्रोज और फ्रुक्टोज) से भरपूर फूड्स खाना।

विटामिन सी की सल्पीमेंट्स लेना।

किडनी स्टोन का पारिवारिक इतिहास होना।

आपके यूरिनर ट्रैक्ट में ब्लॉकेज होना।

गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी, पेट या आंत की सर्जरी होना।

कुछ खास तरह की दवाएं लेना। इसमें कुछ मूत्रवर्धक, कैल्शियम बेस्ड एंटासिड, एंटीसीजर दवाएं शामिल हैं।

कुछ मेडिकल कंडीशन होना।

किडनी स्टोन से बचाव कैसे करें?

आप जो खाते-पीते हैं, वे किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ाते हैं। ऐसे में खानपान से जुड़ी हेल्दी आदतों को अपनी रूटीन का हिस्सा बनाकर आप इसके खतरे से बच सकते हैं-

खूब पानी पिएं।

एनिमल प्रोटीन सीमित मात्रा में खाएं।

चीनी और सोडियम रिच फूड्स से दूरी बनाएं।

ऑक्सलेट युक्त फूड्स से परहेज करें।

हेल्दी वेट बनाए रखें।

कैल्शियम युक्त फूड्स खाएं।

हालांकि, कैल्शियम सप्लीमेंट या कैल्शियम युक्त एंटासिड से बचें।

डॉक्टर की सलाह के बिना दवा लेने से बचें।

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