इस शेयर की हुई बाजार में धांसू एंट्री, पहले दिन निवेशकों का पैसा हुआ डबल!

प्राइवेट बिजली कंपनियों को कंसल्टेंसी सर्विसेज देने वाली राजेश पावर (Rajesh Power) के शेयरों की आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई और निवेशकों का पैसा पहले ही दिन डबल हो गया। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का धमाकेदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 59 गुना सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत 335.00 रुपए के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी 636.50 रुपए पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 90 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Rajesh Power Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद उछलकर यह 668.30 रुपए के अपर सर्किट पर पहुंच गए यानी कि आईपीओ निवेशकों का पैसा लगभग डबल हो चुका है।

Rajesh Power Services IPO को ताबड़तोड़ रिस्पांस

राजेश पावर सर्विसेज का ₹160.47 करोड़ का आईपीओ 25-27 नवंबर तक खुला था। यह आईपीओ 59.00 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 46.39 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 138.46 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 31.96 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 93.47 करोड़ रुपए के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत 10 रुपए की फेस वैल्यू वाले 20 लाख शेयरों की बिक्री हुई है। 

ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल केबल आईडेंटिफिकेशन, टेस्टिंग और फॉल्ट लोकेशन इक्विपमेंट्स की खरीदारी; 1300 किलोवॉट की क्षमता का डीसी सोलर पावर प्लांट; ग्रीन हाइड्रोजन में टेक्निकल महारत हासिल करने के लिए डेवलपमेंट और इससे जुड़े इक्विपमेंट जैसे कि इलेक्ट्रोलीजर्स के डेवलपमेंट; वर्किंग कैपिटल की अतिरिक्त जरूरतों; और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी के बारे में

वर्ष 1971 में बनी राजेश पावर सर्विसेज सरकारी और प्राइवेट बिजली कंपनियों को कंसल्टेंसी सर्विसेज देती है। राजेश पावर का एचकेआरपी इनोवेशंस में निवेश है जो एनर्जी सेक्टर को कस्टमाइज्ड आईटी सॉल्यूशंस ऑफर करती है। एचकेआरपी को पावर ग्रिड और रिन्यूएबल एनर्जी के लिए आईओटी और क्लाउड-बेस्ड सॉल्यूशंस में महारत हासिल है जो स्मार्ट फीडर मैनेजमेंट सिस्टम (SFMS), वर्चुअल फीडर सेग्रेगेशन (VFS), तेल के कुओं के लिए रियल टाइम मॉनीटरिंग सिस्टम और सोलर एनर्जी डेटा मैनेजमेंट जैसे टूल्स मुहैया कराती है।

कंपनी की वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 3.45 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 6.75 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 2024 में 26.02 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 40 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 295.06 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 27.68 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा और 317.85 करोड़ रुपए का रेवेन्यू हासिल हुआ। 

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