साल 2025 में तीन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन

शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को प्रिय है। इस दिन शनिदेव की पूजा-उपासना की जाती है। न्याय के देवता शनिदेव की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। ज्योतिष भी करियर में सफलता पाने के लिए शनिदेव की पूजा करने की सलाह देते हैं। वर्तमान समय में शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान हैं। वहीं, साल 2025 में शनिदेव राशि परिवर्तन (Shani Gochar 2025) करेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन से राशि चक्र की सभी राशियों पर भाव अनुसार प्रभाव पड़ेगा। इनमें तीन राशि के जातकों को विशेष लाभ प्राप्त होगा। आइए, इन तीन राशियों के बारे में जानते हैं-

कर्क राशि 

शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से कर्क राशि के जातकों को विशेष लाभ प्राप्त हो सकता है। इस राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी। कर्क राशि के जातकों के जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाएंगे। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होगा। इस राशि में देवगुरु बृहस्पति उच्च के होते हैं। इसके लिए हमेशा कर्क राशि को शुभ फल देते हैं। वहीं, साल 2025 में गुरु का गोचर कर्क राशि में होगा। देवगुरु बृहस्पति की कृपा से कर्क राशि के जातकों को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी। साथ ही पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।

वृश्चिक राशि

शनिदेव के राशि परिवर्तन से वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। इस राशि के स्वामी ऊर्जा के कारक मंगल देव हैं और आराध्य हनुमान जी हैं। अतः हनुमान जी की विशेष कृपा वृश्चिक राशि के जातकों पर बरसेगी। उनकी कृपा से सभी बिगड़े काम बन जाएंगे। करियर और कारोबार को नया आयाम मिलेगा। निवेश से भी लाभ होगा। कारोबार का विस्तार होगा। परिवार में खुशियों का माहौल रहेगा। वहीं, हनुमान जी की पूजा करने से शनि की बाधा दूर हो जाएगी।

मकर राशि

वर्तमान समय में मकर राशि के जातक साढ़ेसाती से पीड़ित हैं। हालांकि, साल 2025 में मकर राशि के जातकों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी। मकर राशि के स्वामी शनिदेव हैं और आराध्य देवों के देव महादेव हैं। साढ़ेसाती से मुक्ति मिलते ही मकर राशि के जातकों के जीवन में नवसंचार होगा। रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे। अटका हुआ धन प्राप्त होगा। कारोबार में तेजी देखने को मिल सकती है। घर परिवार में खुशियों का माहौल रहेगा। नए कार्य की योजना बन सकती है। शेयर मार्केट में लाभ होगा। प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी। रोजाना जल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।

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