कानपुर: पछुवा हवाओं से धूप बेअसर, विक्षोभ के बाद छाएगा कोहरा
कानपुर में हवा का रुख बदल गया है। अभी पछुवा हवाएं ठंडक बढ़ा रही हैं, जिसमें रविवार या उसके बाद से और बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। दरअसल, शनिवार-रविवार के बीच भूमध्य सागर से एक और पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी रेंज में आने वाला है।
वहां बर्फबारी से कानपुर समेत गंगा के मैदानी इलाकों में न सिर्फ ठंड बढ़ेगी बल्कि पश्चिमी विक्षोभ को लेकर आ रहीं समुद्री हवाएं नमी भी बढ़ा देगीं। सुबह छा रही धुंध आगे भी बरकरार रहेगी। गुरुवार को भी तड़के दृश्यता सिर्फ चार सौ मीटर रही है।
अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान सामान्य से नीचे
सामान्य तौर पर यह दो से तीन किलोमीटर रहती है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दिसंबर में कड़कड़ाती ठंड पड़ने के आसार हैं। इस समय अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान सामान्य से नीचे बने हुए हैं। सीएसए के मौसम विभाग ने गुरुवार को अधिकतम पारा सामान्य से 1.2 डिग्री और न्यूनतम पारा 2.1 डिग्री कम दर्ज किया।
पांच दिन बनी रहेगी ऐसी ही स्थिति
इसी वजह से दिन के मुकाबले रात में अधिक ठंड महसूस हो रही है। दिन में धूप निकलने से तापमान पर मामूली फर्क पड़ा लेकिन पछुवा चलने से नमी बढ़ गई। मौसम विभाग के तकनीकी अधिकारी अजय मिश्रा ने बताया कि ऐसी ही स्थिति अभी पांच दिन बनी रहेगी। दिन में मौसम खुला तो धुंध और बढ़ जाएगी।
जेट स्ट्रीम के साथ नमी भी बढ़ेगी
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का असर शनिवार-रविवार को यहां पहुंचेगा। पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश के बाद ठंडी हिमालयी हवाएं गंगा के मैदानी इलाकों में आकर ठंड और बढ़ा देंगी। विक्षोभ लाने वाली जेट स्ट्रीम के साथ नमी भी बढ़ेगी, जिससे कोहरा पड़ेगा।
ला-लीना भी हो सकता सक्रिय
दिसंबर में ला-लीना भी सक्रिय हो सकता है। वैसे इसे अक्तूबर में सक्रिय होना था, लेकिन नहीं हुआ। इस महीने भी अभी तक इसमें कोई सक्रियता नहीं रही। अनुमान है कि यह दिसंबर में सक्रिय होगा। उन्होंने बताया कि ला-लीना समुद्रीय मौसम की गतिविधि है। इसके सक्रिय होने से समुद्र की सतह ठंडी पड़ जाती है, जिससे ठंड बढ़ जाती है। दिसंबर में इसका प्रभाव आएगा और फिर कड़कड़ाती ठंड पड़ेगी।
दिन की धूप रबी की फसल के लिए फायदेमंद
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिन में धूप और रात में ठंडक रबी की फसल के लिए फायदेमंद है। इससे गेहूं, चना, मटर, लाही आदि फसलों को फायदा होगा।