2019 में कितने सटीक बैठे थे महाराष्ट्र-झारखंड एग्जिट पोल के आंकड़े

महाराष्ट्र (Maharashtra Election) और झारखंड में विधानसभा चुनाव (Jharkhand Election) संपन्न हो चुका है। अब लोगों की नजरें 23 नवंबर को आने वाले चुनावी नतीजों (Maharashtra Jharkhand Election Result 2024) पर हैं। इस बीच बुधवार को मतदान प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद पोल एजेंसियों और समाचार चैनलों ने एग्जिट पोल (Maharashtra Exit Polls 2024) जारी किया है, जिनमें यह अनुमान लगाया गया है कि महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Exit Polls 2024) में कौन-सी पार्टी जीत हासिल कर सकती है।

साल 2019 में भी दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव पूरा हो जाने के बाद एग्जिट पोल सामने आए थे। ऐसे में यह जानना दिलचस्प होगा कि पिछली बार के एग्जिट पोल कितने सटीक बैठे थे।

महाराष्ट्र एग्जिट पोल 2019

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 2019 में भाजपा को 105 सीटें हासिल हुई थीं। उस समय तक शिवसेना और राकांपा में विभाजन नहीं हुआ था। पिछले चुनाव में शिवसेना को 56, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं।

इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने शिवसेना और भाजपा के गठबंधन राजग को 166 से 194 सीटें मिलने का अनुमान जताया था। वहीं कांग्रेस और राकांपा के गठबंधन संप्रग को 72 से 90 सीटें मिलने की उम्मीद जताई थी।

एबीपी न्यूज-सी वोटर ने राजग को 204 और संप्रग को 69 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था।

न्यूज 18-आईपीएसओएस ने अपने एग्जिट पोल में राजग को 243 और संप्रग को 41 सीटें दी थीं।

रिपब्लिक-जन की बात ने राजग को 216 से 230 और संप्रग को 52 से 59 सीटों का पूर्वानुमान लगाया था।

टाइम्स नाउ ने 2019 के एग्जिट पोल में राजग को 230 और संप्रग को 48 सीटें दी थीं।

झारखंड एग्जिट पोल 2019

झारखंड विधानसभा के पिछले चुनाव में कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के गठबंधन संप्रग ने जीत हासिल की थी। झामुमो को 30, भाजपा को 25 और कांग्रेस को 16 सीटें मिली थीं।

एबीपी न्यूज-सी वोटर ने अपने एग्जिट पोल में संप्रग को 35 और भाजपा को 32 सीटें दी थीं।

इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने संप्रग को 43 और भाजपा को 27 सीटों का अनुमान लगाया था।

टाइम्स नाउ ने बताया था कि संप्रग को 44 और भाजपा को 28 सीटें मिल सकती हैं।

महाराष्ट्र एग्जिट पोल 2024

कई दशक से भाजपा, शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के बीच सीधे मुकाबले वाले महाराष्ट्र में पहली बार विधानसभा चुनाव में चार दल आपस में टकरा रहे हैं। झारखंड में भाजपा बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा उठाकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के आदिवासी वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश में जुटी है। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को आदिवासी अस्मिता से जोड़कर झारखंड मुक्ति मोर्चा आदिवासी वोटों को एकजुट रखने की कोशिश कर रहा है।

Back to top button