कॉलरी के सेवानिवृत कर्मचारियों को सेंट्रल हॉस्पिटल की OPD से दवाइयां मिलना बंद

कॉलरी के सेवानिवृत कर्मचारियों को सेंट्रल हॉस्पिटल की ओपीडी से दवाइयां मिलना बंद हो गई, जिसको लेकर सभी रिटायर्ड कर्मचारी जीएम ऑफिस के गेट पर पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन करने लगें। मामला जब जीएम तक पहुंचा तो उन्होंने इस सेवा को पुनः बहाल करवा दिया है।

अभी तक यह नियम था कि रिटायर्ड कर्मचारियों को सेंट्रल हॉस्पिटल में डॉक्टर देखकर वहीं से फ्री दवाइयां उपलब्ध करवाएंगे, लेकिन कुछ दिनों से नया नियम लागू कर दिया गया कि अब केवल सेवानिवृत कर्मचारियों को सेंट्रल हॉस्पिटल के डॉक्टर ओपीडी में देख कर दवाइयां लिख देंगे और दवाइयां रिटायर्ड कर्मचारियों को अपने पैसों से ही बाहर से खरीदनी होगी। जिसको लेकर यह विरोध प्रदर्शन किया गया।

धनपुरी एसईसीएल सोहागपुर एरिया मुख्यालय में सेवानिवृत कर्मचारियों ने गेट बंद करके विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान जीएम ऑफिस का मुख्य प्रवेश द्वार बंद कर दिया था। बाद में कॉलरी प्रबंधन के आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। दरअसल धनपुरी एसईसीएल के सेंट्रल हॉस्पिटल में सेवानिवृत कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधा को प्रबंधन द्वारा बंद कर दिया गया था। ओपीडी में रिटायर कर्मचारियों को डॉक्टर्स को दिखाने के बाद फ्री में मिलने वाली दवाई बंद कर दी गई थी।

जिस कारण रिटायर कर्मचारियों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ा। जिसके बाद संयुक्त श्रम संघ ने मोर्चा संभाला और प्रबंधन के इस फैसले का विरोध किया। प्रबंधन से वार्ता के दौरान कोयला मजदूर सभा द्वारा 2017 में जेसीसीआई द्वारा जारी पत्र को दिखाया गया, तब प्रबंधन इस बात पर अपनी सहमति दी कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पूर्व की तरह ओपीडी सुविधा दवाई सहित मिलती रहेगी। जिसके बाद सेवानिवृत कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन समाप्त हुआ।

जब विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ तो काफी संख्या में लोग वहां इकट्ठा हुए थे, जिसकी जानकारी प्रबंधन ने पुलिस को भी दी थी। पुलिस भी मौके पर पहुंची और पुलिस ने उनकी समस्याओं की जानकारी जीएम को दी। जिसके बाद बातचीत में यह आंदोलन समाप्त कर दिया गया है और पुरानी व्यवस्था बहाल की गई। जिससे रिटायर्ड कर्मचारियों में खुशी का माहौल है।

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