लॉटरी में महिला ने जीते 20 करोड़, लेकिन बदकिस्मती ने नहीं छोड़ा साथ, नरक हुई जिंदगी

दुनियाभर में कई ऐसे लोग हैं, जिनकी किस्मत रातों-रात बदल जाती है. किसी के हाथ खजाना लग जाता है, तो किसी की करोड़ों की लॉटरी निकल आती है. कुछ लोग अपने मेहनत के दम पर भी अपना नाम बना लेते हैं. लेकिन इनमें से कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो करोड़ों-अरबों रुपए कमाने या जीतने के बावजूद वो फिर से पुराने हालात में पहुंच जाते हैं. ऐसा लगता है मानो बदकिस्मती इनके साथ ही चलती है. आज हम आपको एक ऐसी ही महिला से मिलवाने जा रहे हैं, जिसका नाम लारा ग्रिफिथ्स (Lara Griffiths) है. 19 साल पहले यानी साल 2005 में लारा की जिंदगी रातों-रात बदल गई थी, जब उन्होंने लगभग 20 करोड़ रुपए की लॉटरी जीती. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. आज अपनी बेटी के साथ लारा अकेली और बदहाल जिंदगी जीने को मजबूर हैं. लारा ने बताया कि वह और उनके एक्स हसबैंड रोजर यूनाइटेड किंगडम के वेस्ट यॉर्कशायर में एक साधारण जीवन जी रहे थे. उसी दौरान उन्होंने 1.8 मिलियन पाउंड (लगभग 20 करोड़ रुपए) की रकम जीती.

लेकिन लारा ग्रिफिथ्स का सपना जल्द ही दुःस्वप्न में बदल गया, घर में आग लगने और तलाक के कारण उनकी सारी संपत्ति बर्बाद हो गई. लारा ने बताया, “उस समय वास्तव में मुझे बिल्कुल पता नहीं था कि इन पैसों का क्या करना है. मुझे रोजर के साथ पैसे का प्रबंधन कैसे करना है, इस बारे में कोई बातचीत भी याद नहीं है. ऐसे में हम शानदार जीवन जीने लगे. हम पैसे उड़ा रहे थे जैसे कि कल कभी नहीं होगा. नौकरी छोड़ दी और दुबई, फ्लोरिडा और फ्रांस जैसी ग्लैमरस जगहों पर घूमते रहे. 150,000 पाउंड (1 करोड़ 60 लाख रुपए) में एक ब्यूटी सैलून खरीदा और 450,000 पाउंड (4 करोड़ 80 लाख रुपए) में एक शानदार घर खरीदा और वहां रहने लगे.” लेकिन बदकिस्मती ने उनका साथ नहीं छोड़ा. दिसंबर 2010 में उनके ऊपर मुसीबत आ गई, उनका आलीशान घर धू-धू कर जल उठा. लारा बताती हैं, “हमारे घर में भयानक आग लग गई थी. हमारा घर तीन दिनों तक जलता रहा. हमने सारी सम्पत्ति खो दी.” आग लगने के बाद लारा का पूरा परिवार आठ महीने तक होटलों में और उनकी मां के साथ रहा, जब तक कि उनके मकान की मरम्मत नहीं हो गई.

मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2011 में लारा ने अपना घर वापस पा लिया, लेकिन उनकी परेशानियां खत्म नहीं हुईं. रोजर के साथ उनकी शादी कुछ ही महीनों बाद टूट गई. वह अगले दो सालों को “बिल्कुल नरक” बताती हैं, जिसमें दिल टूटने के बावजूद अपने बच्चों का खयाल रखना शामिल था. दिसंबर 2013 में जब तलाक के कागजात पर हस्ताक्षर हुए, तब तक वे कंगाल हो चुकी थीं. ऐसे में लारा को अपना घर बेचना पड़ा. साथ में सैलून से लेकर हर वो चीज बेचनी पड़ गई, जिसे उन्होंने खरीदा था. लारा कहती हैं कि आग लगने की घटना मेरी बेटी के जेहन में आज भी है. वो कई बार बेचैन हो जाती है. लारा खुद भी बीमार हो गईं, लेकिन बच्चों का खयाल रखने के लिए हिम्मत नहीं खोया. वह अभी भी अपनी मां और अपनी बेटियों रूबी (20) और किट्टी (17) के साथ अपने घर में रहती हैं. जैकपॉट जीतने के बाद अपने सभी संघर्षों का सामना करते हुए लारा ने हिम्मत नहीं हारी. वे कहती हैं, “मुझे अब अपनी लाइफ पसंद है. ठीक है, मैं कुछ बहुत ही मुश्किल दौर से गुजरी हूं, लेकिन मुझे इसका कोई अफसोस नहीं.”

बता दें कि यूनिवर्सिटी की पढ़ाई के दौरान लारा अपने पति से मिली थीं. इसके बाद दोनों 1997 में विवाह बंधन में बंध गए. साधारण जिंदगी जी रहे इस जोड़े की लाइफ अक्टूबर 2005 में बदलाव आया, जब उनके हाथ लॉटरी में जैकपॉट लगा. उस समय, लारा पढ़ाने का काम करती थीं और उनके पति रोजर एक आईटी प्रबंधक के रूप में काम कर रहे थे, जबकि उनकी बेटी रूबी अभी बच्ची ही थी. लारा उस दिन को याद करते हुए कहती हैं कि रात में अचानक एक ईमेल आया, जिसे रोजर ने देखा. रात में लगभग 2.30 बजे थे. रोजर ने मुझे कंप्यूटर स्क्रीन देखने के लिए ऊपर बुलाया, जिसमें लिखा था कि हमारा बैलेंस 1.8 मिलियन पाउंड (20 करोड़ रुपए) था. लारा ने कहा कि शुरू में उन्हें लगा कि यह एक धोखा है, लेकिन उस समय राष्ट्रीय लॉटरी संचालक कैमलॉट ने कपल की जीत की पुष्टि कर दी और उन्होंने अपनी कहानी सार्वजनिक करने का निर्णय लिया. लेकिन 20 करोड़ जीतने के बावजूद लारा आज भी बदहाल जिंदगी जी रही हैं.

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