IGL, MGL और अदाणी टोटल गैस के शेयरों में बड़ी गिरावट
सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL), महानगर गैस लिमिटेड (MGL) और अदाणी टोटल गैस (Adani Total Gas Ltd.) के शेयरों में आज यानी सोमवार (18 नवंबर) को भारी गिरावट गिरावट देखने को मिल रही है। IGL और MGL शुरुआती कारोबार में 15 फीसदी तक फिसल गए थे। वहीं, अदाणी टोटल गैस में करीब 4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
IGL और MGL में गिरावट की वजह
GAIL (इंडिया) ने एलान किया कि उसने सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के लिए गैस आवंटन में 13 से 20 फीसदी की कटौती कर दी है। इससे IGL और MGL के साथ अदाणी टोटल गैस जैसी कंपनियों के मार्जिन पर बुरा असर पड़ने की आशंका है। सिटी गैस कंपनियों को उनकी CNG सेल्स वॉल्यूम जरूरतों के लिए 6.5 डॉलर/mmbtu (मिलियन मीट्रिक ब्रिटिश थर्मल यूनिट) के फिक्स्ड प्राइस पर घरेलू गैस का आवंटन होता है। अगर घरेलू गैस का आवंटन घटेगा, तो इसका सीधा असर उनके मुनाफे पर पड़ेगा।
गैस आवंटन में कितनी कटौती हुई?
GAIL ने इंद्रप्रस्थ गैस, महानगर गैस और अदाणी टोटल गैस के आवंटन में क्रमश: 20, 18 और 13 फीसदी की कटौती की है। इससे पहले अक्टूबर 2024 में ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) ने भी आवंटन में 16-20 फीसदी की रेंज में कटौती की थी। हालिया कटौती के बाद सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) कंपनियों को APM आवंटन अब करीब 30-35 फीसदी है। ब्रोकरेज फर्म जेफरीज का मानना है कि 2025 के मध्य तक सिटी गैस कंपनियों का घरेलू गैस आवंटन जीरो हो जाएगा।
कटौती का क्या होगा असर?
ONGC ने अपनी पहली कटौती का ऐलान किया था, तो एमके रिसर्च ने अनुमान लगाया था कि इंद्रप्रस्थ गैस और महानगर गैस के मार्जिन पर 1.4-1.5 रुपये/scm का नेगेटिव असर पड़ेगा। अब यह बढ़कर 2.7-3 रुपये/scm हो गया है। ब्रोकरेज जेफरीज के मुताबिक, अगले वित्त वर्ष यानी 2026-27 में इंद्रप्रस्थ गैस, महानगर गैस और गुजरात गैस के प्रति यूनिट EBITDA मार्जिन में 2.5 रुपये, 1.5 रुपये और 1 रुपये प्रति/scm की बड़ी गिरावट आ सकती है।
CNG कीमतों में बढ़ोतरी का अनुमान
IIFL सिक्योरिटीज, एमके रिसर्च और जेफरीज का कहना है कि गैस कंपनियों को अपना मार्जिन बनाए रखने के लिए CNG का दाम बढ़ाना पड़ेगा। जेफरीज के मुताबिक, CNG की रिटेल कीमतों में 10 फीसदी बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, सिस्टेमैटिक्स का अनुमान 6-8 रुपये प्रति किलो और एमके रिसर्च 6.3-6.4 रुपये प्रति किलो बढ़ने का अनुमान है। हालांकि, ब्रोकरेज का मानना है कि महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे अहम राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते कीमतों में जल्द बढ़ोतरी नहीं होगी। इससे निकट अवधि में कंपनियों के लिए मार्जिन पर दबाव पड़ सकता है।