इजरायल का हिजबुल्लाह पर सबसे भयंकर हमला
इजरायली रक्षा बलों ने गुरुवार को कहा कि हफ्ते भर से जारी हवाई हमलों में 200 हिजबुल्लाह लड़ाके मारे गए और 140 राकेट लॉन्चर नष्ट कर दिए गए। ये लॉन्चर सैनिकों के लिए खतरा पैदा कर रहे थे। मरने वालों में बटालियन आपरेशन प्रमुख और हिजबुल्लाह के राडवान फोर्स में एंटी टैंक हथियारों के बटालियन प्रमुख भी शामिल थे।
हथियार भंडारण और उत्पादन केंद्र नष्ट
हमलों से हिजबुल्लाह की क्षमता को बड़ा नुकसान पहुंचा है। लेबनानी मीडिया ने बेरूत के दहियाह में नए हवाई हमले की सूचना दी। यह लेबनान की राजधानी के दक्षिणी क्षेत्र में शियाओं का गढ़ है। इसमें कहा गया है कि पास स्थित समूह के अधिकांश हथियार भंडारण और उत्पादन केंद्रों को नष्ट कर दिया गया।
बीते 24 घंटे में 78 की मौत
इस बीच, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की है कि पिछले 24 घंटों में लेबनान के विभिन्न क्षेत्रों में इजरायली हवाई हमलों में 78 लोगों की मौत हो गई, जबकि 122 अन्य घायल हो गए।
हिजबुल्लाह को हथियारों की तस्करी
रॉयटर्स के अनुसार, इजरायल ने मध्य सीरिया में होम्स प्रांत के दक्षिणी इलाके में कुसैर को निशाना बनाया है। सेना ने सीरिया और लेबनान के बीच उन मार्गों पर हमला किया, जिनका इस्तेमाल सीरिया से हिजबुल्लाह को हथियारों की तस्करी के लिए किया जाता है।
सैन्य स्थलों को निशाना बनाया
इजरायली हवाई हमले ने कुसैर में सीरियाई-लेबनानी सीमा पर पुलों को निशाना बनाया, जिससे महत्वपूर्ण क्षति पहुंची है। वहीं, गुरुवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क में कई आवासीय इमारतों पर इजरायली हमलों में 15 लोग मारे गए और 16 घायल हो गए। इजरायल ने कहा कि उन्होंने सैन्य स्थलों को निशाना बनाया है।
हिजबुल्लाह लड़ाकों को सीमा से हटाने को तैयार
लेबनान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संकेत दिया है कि हिजबुल्लाह किसी भी युद्धविराम में अपने लड़ाकों को लेबनान-इजरायल सीमा से हटाने को तैयार है। हालांकि, भविष्य में लेबनान में ईरान समर्थित समूह के खिलाफ कार्रवाई की स्वतंत्रता की इजरायल की मांग को खारिज कर दिया।
जल्द खत्म होगी लेबनान में जंग
एक इजरायली मंत्री ने संकेत दिया कि युद्धविराम करीब है। हालांकि उन्होंने कहा कि एक महत्वपूर्ण बिन्दु यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी समझौते का उल्लंघन होने पर इजरायल को लेबनान के अंदर कार्रवाई की स्वतंत्रता बरकरार रहे।7 अक्टूबर को गाजा सीमा के पास इजरायली समुदायों पर हमास के हमलों में कम से कम 1200 लोग मारे गए और 252 इजरायली और विदेशी बंधक बनाए गए। शेष 97 बंधकों में से 30 से ज़्यादा को मृत घोषित कर दिया गया है।