महाराष्ट्र में बागियों के खिलाफ एक्शन में कांग्रेस

महाराष्ट्र कांग्रेस ने रविवार को 28 बागी उम्मीदवारों को पार्टी विरोधी गतिविधि के लिए छह साल के लिए निलंबित कर दिया। ये 22 विधानसभा क्षेत्रों से महाविकास आघाड़ी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

इन नेताओं पर हुई कार्रवाई

जिन प्रमुख नेताओं को कार्रवाई का सामना करना पड़ा, उनमें पूर्व मंत्री राजेंद्र मुलक (रामटेक निर्वाचन क्षेत्र), याज्ञवल्क जिचकर (काटोल), कमल व्यवहारे (कसबा), मनोज शिंदे (कोपरी पचपखाड़ी) और आबा बागुल शामिल हैं। कांग्रेस के एक बयान में कहा गया है कि यह निर्णय एआइसीसी प्रभारी रमेश चेन्निथला के निर्देश पर लिया गया है।

कुल 28 नेताओं को दिखाया बाहर का रास्ता

नए निलंबित नेताओं में शामिल हैं – शामकांत सानेर, राजेंद्र ठाकुर, अबा बागुल, मनीष आनंद, सुरेश कुमार जेठलिया, कल्याण बोराडे और चंद्रपॉल चौकसे। इससे पहले बीते दिन पार्टी ने 21 अन्य बागियों को निलंबित कर दिया, जिससे 22 निर्वाचन क्षेत्रों में निलंबन की कुल संख्या 28 हो गई।

पहले निलंबित नेताओं की सूची में शामिल हैं – आनंदराव गेडाम, शीलू चिमुरकर, सोनल कोवे, भरत येरेमे, अभिलाषा गवतुरे, प्रेमसागर गणवीर, अजय लांजेवार, विलास पाटिल, आसमा जावद चिखलेकर, हंसकुमार पांडे, कमल व्यवहारे, मोहनराव दांडेकर, मंगल विलास भुजवल, मनोज शिंदे, सुरेश पाटिलखेड़े, विजय खडसे, शब्बीर खान, अविनाश लाड याग्वल्य जिचकर, राजू झोड़े और राजेंद्र मुखाह।

पार्टी ने पहले ही दी थी चेतावनी

बता दें कि ये निलंबित उम्मीदवार महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने कहा था कि आधिकारिक एमवीए उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले सभी पार्टी के बागियों को छह साल के निलंबन का सामना करना पड़ेगा।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं और सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। विपक्षी एमवीए गठबंधन, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) शामिल हैं सत्ता हासिल करने के लिए जी जान लगाए हुए है।वहीं, महायुति गठबंधन जिसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं, वो दोबारा सरकार बनाने की कोशिश में है।

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