जोधपुर ब्यूटीशियन मर्डर केस: मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन गिरफ्तार

जोधपुर में 26 अक्टूबर को ब्यूटी पार्लर संचालिका अनीता चौधरी (50) की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन को पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे 8 नवंबर की रात जोधपुर वापस लाकर पूछताछ शुरू कर दी है। डीसीपी वेस्ट, राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि गुलामुद्दीन वारदात के बाद अहमदाबाद होते हुए मुंबई भाग गया था और नेपाल के रास्ते देश छोड़ने की योजना बना रहा था। पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की, लेकिन वह फोन बंद कर रहा था। जैसे ही पुलिस ने उसका फोन चालू होते देखा, टीम तुरंत मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन की ओर दौड़ी। स्टेशन पर पुलिस को देख गुलामुद्दीन भागने की कोशिश की, लेकिन सीआई शफीक खान ने बाइक से उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया।

अनीता चौधरी की हत्या के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस की जांच में सामने आया है कि गुलामुद्दीन के पास से “गफ्फार” नाम की फर्जी पहचान पत्र (ID) मिली है। इसके अलावा, उसके बैग से बिहार जाने का ट्रेन टिकट भी बरामद हुआ है, जिससे यह पता चलता है कि वह नेपाल के रास्ते विदेश भागने की योजना बना रहा था।

हत्या का खुलासा और आरोपी का फरार होना
गुलामुद्दीन की पत्नी आबेदा परवीन ने पुलिस को बताया कि उसने अनीता का मर्डर लूट के इरादे से किया था। उसके मुताबिक, गुलामुद्दीन पर कर्ज था और अनीता अक्सर गहने पहने रहती थी, जिसे लूटने के लिए उसने हत्या की योजना बनाई। पुलिस की पूछताछ के बाद आबेदा ने हत्या के बारे में सारी जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने गुलामुद्दीन की तलाश शुरू की।

अनीता 26 अक्टूबर को अपने ब्यूटी पार्लर से काम खत्म कर ऑटो से गुलामुद्दीन के घर जाने के लिए निकली थी। इसके बाद उसका फोन बंद हो गया। अगले दिन, अनीता के पति मनमोहन ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने लोकेशन के आधार पर गुलामुद्दीन के घर का पता लगाया, और उसके बाद से गुलामुद्दीन फरार हो गया था।

30 अक्टूबर को पुलिस को गुलामुद्दीन के घर के पास एक 10 फीट गहरे गड्ढे में अनीता के शव के 6 टुकड़े मिले, जो बोरों में पैक किए गए थे।

गुलामुद्दीन की गिरफ्तारी और पूछताछ
गुलामुद्दीन को पकड़ने के लिए पुलिस ने कई दिन तक उसे ट्रैक किया। उसने जोधपुर से अहमदाबाद और फिर मुंबई भागने के दौरान फर्जी नाम “गफ्फार” की पहचान पत्र का इस्तेमाल किया था। पुलिस को गुलामुद्दीन के द्वारा इस्तेमाल किए गए दूसरे मोबाइल नंबर से भी उसकी लोकेशन का पता चला। 7 नवंबर को, जब उसने मुंबई सेंट्रल स्टेशन से बिहार जाने का टिकट लिया, तो पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की और उसे गिरफ्तार कर लिया।

डीसीपी वेस्ट ने बताया कि पुलिस अब गुलामुद्दीन और उसकी पत्नी आबेदा से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।

शव को लेकर विवाद और पुलिस का सख्त रुख
अनीता के शव को 31 अक्टूबर से जोधपुर जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा गया था, लेकिन उसके परिजन शव उठाने और पोस्टमॉर्टम करवाने को तैयार नहीं थे। 6 बार पुलिस ने तेजा मंदिर में परिजनों को सफीना नोटिस जारी किया, लेकिन उन्होंने कोई सहयोग नहीं किया। शुक्रवार को गुलामुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद भी अनीता के परिजन शव उठाने को लेकर अड़े रहे।

पुलिस अब राजस्थान शव का सम्मान विधेयक – 2023 के तहत सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दे रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि अनीता के पति और बेटे के धरना स्थल से अचानक गायब होने के बाद उनके हनुमान बेनीवाल के साथ फोटो भी सामने आए, जिससे यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या उनके परिवार का किसी और से संपर्क था।

गुलामुद्दीन की आपराधिक हिस्ट्री

पुलिस के अनुसार, गुलामुद्दीन एक आदतन अपराधी है और उसके खिलाफ लूट, जहरखुरानी जैसे कई मामलों में शिकायतें दर्ज हैं। उसकी आपराधिक गतिविधियों की गहरी जांच की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि अनीता के मर्डर के अलावा अन्य घटनाओं में भी उसका हाथ था या नहीं।

केस का पूरा घटनाक्रम
अनीता चौधरी, जो जोधपुर के सरदारपुरा इलाके में ब्यूटी पार्लर चलाती थी, 26 अक्टूबर को अपने पार्लर से काम खत्म कर गंगाणा इलाके स्थित गुलामुद्दीन के घर के लिए रवाना हुई थी। इसके बाद से उसकी कोई खबर नहीं मिली। पुलिस ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट के आधार पर छानबीन शुरू की और अंततः गुलामुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया।

आबेदा ने बताया कि गुलामुद्दीन पर कर्ज था और वह लूट के इरादे से अनीता की हत्या करना चाहता था। पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि उसने पहले भी कई अपराध किए हैं, और यह मर्डर उसी आपराधिक प्रवृत्ति का हिस्सा था।

पुलिस अब इस केस को लेकर कई अहम सवालों के जवाब खोजने में जुटी है, और यह मामला जल्द ही अदालत में जाएगा।

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