दिल्ली में फिर निर्भया कांड: 21 दिन और 30 किमी का दायरा… 150 ऑटो का सत्यापन
देश की राजधानी दिल्ली में ओडिशा की युवती के साथ हैवानियत की हदें पार करने के मामले में एक और खुलासा हुआ है। ओडिशा की युवती के साथ दरिंदगी करने वाले ऑटो चालक प्रभु महतो का ऑटो राजघाट पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया था। ऑटो के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस प्रभु महतो तक पहुंच गई। इसके बाद दो अन्य आरोपियों प्रमोद उर्फ बाबू और मोहम्मद शमसुल को पकड़ लिया।
दक्षिण-पूर्व जिले के वाहन चोरी निरोधक दस्ते (एएटीएस) ने 21 दिन में 700 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले और 150 से ज्यादा ऑटो का सत्यापन किया, इसके बाद आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़ा
युवती के साथ दरिंदगी मामले में खुलासा छपने के बाद बृहस्पतिवार को दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने बताया कि पीड़िता अभी भी अस्पताल में भर्ती है और उसका एम्स में इलाज चल रहा है। एसीपी लाजपत नगर ऐश्वर्या सिंह की देखरेख में एएटीएस प्रभारी राजेंद्र सिंह डागर के नेतृत्व में टीम ने तीन आरोपियों प्रभु महतो, प्रमोद उर्फ बाबू और मोहम्मद शमसुल को गिरफ्तार किया है।
700 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली
उन्होंने बताया कि शुरू में पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था। घटना का स्थान व समय तक पता नहीं था। युवती भी कुछ बता नहीं पा रही थी। एसआई शुभम चौधरी ने करीब 30 किलोमीटर के दायरे में लगे 700 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। आखिरकार आरोपी प्रभु का ऑटो सीसीटीवी कैमरों में उस समय कैद हो गया, जब वह दरिंदगी करने के बाद युवती को ऑटो से फेंककर भाग रहा था।
एक ऑटो, तीन लोग व एक दिव्यांग था
पीड़िता इतनी सहमी हुई थी कि वह कुछ नहीं बता पा रही थी। महिला सिपाही संगीता को सोशल वर्कर बनाकर उसकी देखभाल के लिए रखा गया है। साथ ही एक मूल ओडिशा महिला को नर्स के रूप में रखा। जब महिला सिपाही संगीता ने उसका विश्वास जीत लिया तो पीड़िता ने सिर्फ ये बताया कि एक अज्ञात ऑटो रिक्शा, तीन व्यक्ति और उनमें से एक शारीरिक रूप से दिव्यांग था। पीड़िता अपनी मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों और घटना के आघात के कारण घटना के समय और स्थान के बारे में अन्य महत्वपूर्ण विवरण बताने में असमर्थ थी।
सुनसान इलाके में ले जाकर दरिंदगी की
11 अक्तूबर को शराब के आदी आरोपी प्रमोद उर्फ बाबू ने अपनी दुकान बंद की और शराब पीने लगा। उसने पास में बैठी एक लड़की को देखा। शारीरिक रूप से दिव्यांग शमसुल भी वहां आ गया। दोनों ने मिलकर लड़की को जबरन घसीटकर सुनसान इलाके में ले जाकर दरिंदगी की। इस दौरान वहां से ऑटो लेकर गुजर रहे ऑटो चालक आरोपी प्रभु महतो ने घटना को देखा और अपराध में शामिल हो गया। आरोपी प्रभु महतो ने फिर से लड़की को अपने ऑटो में जबरन बिठाया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
दो महीने पहले दिल्ली आया था
दो महीने पहले दिल्ली आए बिहार निवासी प्रभु महतो के सात बच्चे हैं। आरोपी प्रभु छठ पूजा की पूर्व संध्या पर दिल्ली छोड़कर बिहार जाने की योजना बना रहा था। गांव अमरतार, तहसील अकबरपुर, जिला अंबेडकर नगर, उत्तर प्रदेश निवासी प्रमोद उर्फ बाबू तिलक ब्रिज रेलवे स्टेशन के पास चांद मोहम्मद की कबाड़ की दुकान पर काम करता है। इसका परिवार 20 साल पहले दिल्ली आ गया था। बिहार निवासी मोहम्मद शमसुल उर्फ राजू पुत्र मोहम्मद खलील फुटपाथ पर रहता था। इसके एक बच्चा भी है।