अक्षय नवमी की डेट को लेकर न हो कन्फ्यूज

कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर अक्षय नवमी (Akshaya Navami 2024) का पर्व मनाया जाता है। यह त्योहार जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को समर्पित है। मान्यता है कि इस अवसर पर शुभ मुहूर्त में उपासना करने से जातक के सभी दुख-दर्द दूर होते हैं और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस त्योहार को आंवला नवमी (Amla Navami 2024) के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में आइए इस लेख में हम आपको बताएंगे अक्षय नवमी की डेट, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

अक्षय नवमी 2024 शुभ मुहूर्त (Akshay Navami 2024 Shubh Muhurat)

पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि की शुरुआत 09 नवंबर को देर रात 10 बजकर 45 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 10 नवंबर को रात 09 बजकर 01 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का अधिक महत्व है। ऐसे में अक्षय नवमी का पर्व 10 नवंबर को मनाया जाएगा।

ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 55 मिनट से 05 बजकर 47 मिनट तक

विजय मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 53 मिनट से 02 बजकर 36 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 30 मिनट से 05 बजकर 56 मिनट तक

अक्षय नवमी पूजा विधि (Akshay Navami Puja Vidhi)

इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें। इसके बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें। साथ ही आंवला के पेड़ की भी उपासना करें। विष्णु जी और आंवला के पेड़ की आरती करें। फूल, माला, सिंदूर, अक्षत आदि अर्पित करें। इसके बाद फल और मिठाई का भोग लगाएं। जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। अंत में लोगों में प्रसाद का वितरण करें। साथ ही गरीबों में अन्न, धन और ग्राम कपड़ों का दान करें।

विष्णु जी के मंत्र

धन-समृद्धि मंत्र

ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।

विष्णु गायत्री मंत्र

ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि।तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥

लक्ष्मी विनायक मंत्र

दन्ता भये चक्र दरो दधानं,कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।धृता ब्जया लिंगितमब्धि पुत्रया,लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।

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