मोबाइल और TV से दूर, 5 साल के अथर्व ने चुनी किचन की दुनिया
मांड्य: मसालेदार पदार्थों (Masala Spices) को हाथ में लेकर खाना बना रहा यह बच्चा केवल 5 साल का है. मांड्य शहर का निवासी श्रीविद्या का बेटा, 5 वर्षीय अथर्व, घरवालों के लिए खाना बनाता है. जब स्कूल में छुट्टियाँ होती हैं, तब वह मोबाइल, टीवी का समय बर्बाद करने के बजाय अपनी माँ से खाना बनाना सीखने में रुचि दिखाता है. आम तौर पर बच्चे स्कूल की छुट्टियों में खेलना, संगीत, नृत्य, चित्रकला आदि में समय बिताते हैं. हाल के दिनों में बच्चे मोबाइल, टीवी देखने में अधिक समय बिताते हैं. लेकिन मांड्य का अथर्व सभी से थोड़ा अलग है. वह अपनी माँ के साथ मिलकर खाना बनाकर अपनी स्कूल की छुट्टियाँ बिता रहा है.
माँ का प्रोत्साहन
जब माँ खाना बना रही होती हैं, तो अथर्व उनके पास खड़े होकर देखता है. अब वह खुद कुछ व्यंजन बनाने में सक्षम हो गया है. अथर्व चपाती, डोसा, टमाटर भात, पुलाव सहित कई प्रकार के व्यंजन बनाता है. अथर्व के पिता-माता एक मोमबत्ती के व्यवसाय का संचालन कर रहे हैं. अथर्व की खाना बनाने में रुचि को देखते हुए माँ विद्या उसे प्रोत्साहित कर रही हैं. अथर्व अब तक मसालेदार पदार्थों और दालों के बारे में जान चुका है. माँ जब खाना बनाती हैं, तब अथर्व उनके साथ रहकर मदद करता है.
माता-पिता का रोल
कुल मिलाकर, माता-पिता को अपने बच्चों की रुचियों को पहचानना चाहिए और उन्हें सीखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. इससे बच्चों का विकास होता है और इससे बच्चे मोबाइल और टीवी देखने में भी कम समय बिताते हैं. अथर्व की कहानी हमें यह सिखाती है कि बच्चों को उनके रुचियों के अनुसार मार्गदर्शन देना कितना महत्वपूर्ण है. जब माता-पिता अपने बच्चों के प्रति जागरूक होते हैं, तो वे उन्हें ऐसे अनुभवों का मौका देते हैं, जो न केवल मनोरंजक होते हैं बल्कि उन्हें नई कौशल भी सिखाते हैं.