आज से बदल गया भारतीय रेलवे का नियम
भारतीय रेलवे के नियम (Indian Railway Rule) में आज से बदलाव हुआ है। जी हां, आज से रेलवे टिकट की एडवांस बुकिंग के नए नियम(Advance Train Ticket Booking Rule) लागू हो गए हैं। नए नियम के अनुसार अब 60 दिन यानी 2 महीने पहले ही एडवांस ट्रेन टिकट की बुकिंग होगी। इससे पहले यात्री 120 दिन पहले ट्रेन की टिकट बुक कर सकते थे।
अब भारतीय रेलवे के नए नियम लागू हो जाने के बाद कई पैसेंजर के मन में सवाल है कि जिन्होंने पहले ही टिकट बुक किया उनका क्या है। इसके अलावा भारतीय रेलवे ने एडवांस टिकट बुकिंग के समय में क्यों बदलाव किया है। हम आपको नए नियमों से जुड़े कुछ सवालों का जवाब इस आर्टिकल में देंगे।
क्यों लागू हुआ ये नियम
रेल मंत्रालय के अनुसार 120 दिनों के एडवांस टिकट बुकिंग में वह काफी ज्यादा कैंसिलेशन और सीटों की बर्बादी देख रहे थे। 120 दिन के एडवांस टिकट बुकिंग में 21 फीसदी टिकट कैंसिल हो जाती है और 4 से 5 फीसदी लोग यात्रा नहीं करते हैं। इसके अलावा कई बार यात्री टिकट कैंसिल नहीं करवाते हैं और यात्रा भी नहीं करते है। इसमें धोखाधड़ी होने की संभावना बढ़ जाती है और जरूरतमंद को सीट नहीं मिलती है। भारतीय रेलवे के अनुसार यात्री 4 महीने पहले टिकट की बुकिंग कर देते हैं, जबकि अधिकतम टिकट की बुकिंग यात्रा के 45 दिनों के भीतर होती है। इन सभी कारणों के वजह से भारतीय रेलवे ने एडवांस टिकट बुकिंग के समय को 120 दिन से घटाकर 60 दिन कर दिया।
पहले से टिकट बुक करवाया है उनका क्या होगा?
भारतीय रेलवे ने साफ कर दिया है कि यह नियम 1 नवंबर से लागू होगा। इसका मतलब है कि 31 अक्टूबर तक एडवांस बुकिंग का टेन्योर 120 दिन का ही था। यानी अगर आपने 4 महीने बाद की टिकट बुक की है तो आप आसानी से यात्रा कर सकते हैं।
बता दें कि नए नियम के तहत 60 दिनों से ज्यादा की बुकिंग पर कैंसिलेशन की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा विदेशी पर्यटकों के लिए टिकट बुकिंग का समय सीमा 365 दिन ही है। इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
इन्हें होगा फायदा और नुकसान?
दीवाली और छठ महापर्व के मौके पर रेलवे स्टेशन पर काफी भीड़ देखने को मिली है। कई यात्रियों ने शिकायत की है कि उन्हें रिजर्वेशन नहीं मिला है। इस कारणवश लोगों को जनरल श्रेणी में सफर करना पड़ रहा है। फेस्टिव सीजन में ट्रेन की टिकट की कालाबाजारी बढ़ जाती है। इससे रेलवे को भारी नुकसान होता है। ऐसे में एडवांस टिकट बुकिंग की समयसीमा को कम करके कालाबाजारी पर रोक लगाने की कोशिश की जाएगी।
भारतीय रेलवे के इस नियम का फायदा स्पेशल ट्रेनों को होगा। दरअसल, कम कैंसिलेशन और यात्रियों की भीड़ से अंदाजा लगाया जा सकता है, जिसको देखते हुए भारतीय रेलवे द्वारा सही कदम उठाया जाएगा।