बिहार : चर्चित दवा कंपनी की आड़ में हो रही थी शराब की तस्करी, दवा के साथ 50 लाख की शराब जब्त
मुजफ्फरपुर में दीवाली से पहले शराब की एक बड़ी खेप पकड़ी गई है। ख़ास बात यह है कि शराब की यह खेप दवाई के आड़ में की जा रही थी। इस संबंध में पुलिस का कहना है कि हैरत की बात यह है कि माफिया शराब की खेप को जगह तक पहुंचाने के लिए दवा की एक चर्चित और नामी गिरामी कंपनी का सहारा लेते हुए शराब की तस्करी कर रहे थे, जिसे पुलिस ने पकड़ लिया। दवा कंपनी एरिस्टो की दवा के साथ-साथ भारी मात्रा में शराब की तस्करी की जा रही थी। पुलिस ने इस दौरान एक शराब के धंधेबाज को भी गिरफ्तार किया है, जिससे अभी पूछताछ की जा रही है। मामला सदर थाना क्षेत्र के पताही गांव की है।
पंजाब नंबर के ट्रक से तस्करी कराई जा रही थी शराब की खेप
इस पूरे मामले पर सदर थानाध्यक्ष अश्मित कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह जानकारी मिली थी कि एक पंजाब नंबर ट्रक से विदेशी शराब की बड़ी खेप थाना क्षेत्र के पताही में पहुंची है। शराब तस्करी की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और टीम बनाकर छापेमारी के लिए निकल गई। छापेमारी की गई, जिसमें भारी मात्रा में शराब की खेप पकड़ी गई। थानाध्यक्ष अश्मित कुमार ने बताया कि तस्कर एक बड़ी दवाई कंपनी की आड़ में शराब की खेप करवा रहे थे। जब्त शराब की कीमत करीब 50 लाख रुपए से अधिक आंकी गई है। पुलिस ने मौके से लडौरा थाना क्षेत्र में रहने वाले एक धंधेबाज मो असलम को गिरफ्तार किया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि ट्रक से शराब की खेप को जिले में खपाने तैयारी थी, इस वजह से उसमें लदे शराब को दो पिकअप पर लोड किया जा रहा था। शराब के धंधेबाज के बैकवर्ड लिंकेज और फॉरवर्ड लिंकेज की जानकारी जुटाई जा रही है।