यूपी उपचुनाव में सभी 9 सीटों पर जीत हासिल करने में जुटा संघ
उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने वाले है। भारतीय जनता पार्टी को इन सभी सीटों पर जीत दिलाने के लिए संघ परिवार जुट गया है। संघ ने चुनाव प्रचार करने और चुनावी माहौल बनाने के लिए एक खास प्लान तैयार किया है। संघ ने संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में बूथवार संघ कार्यकर्ताओं की टोली बनाई है। यह छोटी-छोटी टोलियां भाजपा का कार्यक्रमों से अलग रहकर सभी जातियों के लोगों से संपर्क कर रही है और जातियों में बंटे हिंदू समाज को राष्ट्रहित का पाठ पढ़ा रही हैं।
भाजपा को जीत दिलाने के लिए संघ ने कसी कमर
बता दें कि यूपी की नौ सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को होने हैं। मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी। जिन विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं उनमें कटेहरी (आंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल हैं। इन सभी सीटों पर भाजपा जीत हासिल करना चाहती है और लोकसभा चुनाव का बदला लेना चाहती है। लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि अब भाजपा बड़ी हो गई है, उसे आरएसएस की जरूरत नहीं है। लेकिन चुनाव के नतीजे आने के बाद भाजपा को एहसास हो गया कि यूपी में होने वाले उपचुनाव व महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव में संघ की मदद के बिना बेड़ा पार नहीं हो पाएगा। ऐसे में भाजपा फिर से संघ की शरण में पहुंची है। संघ ने भी भाजपा को जीत दिलाने के लिए कमर कस ली है।
संघ ने सभी सीटों के लिए बनाई टोलियां
अपनी खास रणनीति के तहत संघ ने छोटी-छोटी टोलियां है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सभी संघ ने उपचुनाव वाली प्रदेश की सभी 10 विधानसभा सीटों के लिए टोलियां तैयार की हैं। भले ही चुनाव 9 सीटों पर हो रहा है। संघ सीएम योगी के बंटेंगे तो कटेंगे के नारे को आधार बनाकर भाजपा के लिए जमीन मजबूत करने में जुट गया है।टोलियों ने लोगों तक संदेश पहुंचाना शुरू भी कर दिया है। प्रत्येक टोली 5-10 लोगों के छोटे ग्रुप के साथ बैठकें कर रही है। संघ की टोलियां इन बैठकों में सीधे तौर पर भाजपा का समर्थन नहीं करती, बल्कि राष्ट्रहित, हिंदुत्व, सुशासन, विकास, लोक कल्याण और स्थानीय मुद्दों पर गहन चर्चा के माध्यम से लोगों की राय को आकार दे रही हैं।