फेस्टिव सीजन में आप भी न हो जाएं स्कैम के शिकार

फेस्टिव सीजन शुरू हो चुका है। ऐसे में ठग भारी सेल की लालच देकर लोगों के साथ डिजिटल फ्रॉड (Digital Fraud) कर देते हैं। इंडियन साइबर क्राइम कॉरिडेनेशन सेंटर (I4C) की रिपोर्ट में बताया कि मई 2024 में 7,000 साइबर क्राइम रजिस्टर हुए हैं। अगर साइबर क्राइम में आई तेजी की बात करें तो वर्ष 2021 और 2023 के बीच में साइबर क्राइमके मामले 113.7 फीसदी बढ़ गए।

बढ़त साइबर क्राइम मामलों को रोकने के लिए सरकार द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसके अलावा Quick Heal Technologies Limited ने डिजिटल फ्रॉड के बारे में भी बताया। कंपनी के अनुसार लोगों के साथ 6 तरह के डिजिटल फ्रॉड के शिकार होते हैं।

ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम (Online Shopping Scam)

फेस्टिवल सीजन में कई कंपनियां सेल और डिस्काउंट देती है। ठग लोगों कों शॉपिंग में भारी डिस्काउंट का झांसा देते हैं। इस तरह के फ्रॉड अधिकतर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, WhatsApp और मैसेज के जरिये होते हैं।

कैसे बचें

वेबसाइट को वेरिफाई करें।

किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।

हमेशा सिक्योर पेमेंट मोड यानी क्रेडि कार्ड या फिर ट्रस्ट प्लेटफॉर्म से पेमेंट करें।

बैंकिंग रिवॉर्ड (Banking Reward Scam)

जालसाज लोगों को रिवॉर्ड का लालच भी देते हैं। इसके लिए वह APK फाइल का ट्रिक अपनाते हैं जिसमें मालवेयर होते हैं। इस फाइल को डाउनलोड करने के बाद कस्टमर की पर्सनल और बैंकिंग डिटेल्स ठग के पास पहुंच जाता है और वह इन जानकारी का गलत इस्तेमाल करते हैं।

कैसे बचें

हमेशा ऑफिशियल ऐप स्टोर से ऐप इंस्टॉल करें।

बैंक से आए मैसेज को हमेशा वेरिफाई करें।

अपने स्मार्टफोन का two-factor authentication को इनेबल करें ताकि कोई डिटेल्स चोरी न कर पाए।

IRCTC App फ्रॉड (IRCTC App Fraud)

फेस्टिव सीजन में कई ट्रैवल कंपनी भी सेल और डिस्काउंट का लाभ देती है। भारत में यातायात के लोगों को रेल काफी पसंद आती है। अब ठग फेक IRCTC App के जरिये भी फ्रॉड करते हैं। इस तरह के फ्रॉड में वह यूजर के पर्सनल डिटेल्स, लॉग-इन डिटेल्स और जीपीएस लोकेशन आदि जानकारी चुराकर उसका गलत इस्तेमाल करते हैं।

कैसे बचें

हमेशा किसी ट्रस्ट सोर्स से ही “IRCTC Rail Connect” ऐप को इंस्टॉल करें।

ऐप में परमिशन देते समय सावधानी अवश्य बरतें।

समय-समय पर अपने डिवाइस के ऑपरेटिंग सिस्टम और सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर को अपडेट करें।

Flipkart प्राइज फ्रॉड (Flipkart Prize Fraud)

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Flipkart काफी पॉपुलर है। ठग Flipkart के जरिये भी फ्रॉड करते हैं। इसमें वह यूजर को फेक मैसेज भेजते हैं जिसमें प्राइस और गिफ्ट कार्ड का झांसा देते हैं। इस मैसेज में एक लिंक भी होता है जिसपर क्लिक करके यूजर की सभी डिटेल्स ठग के पास चली जाती है।

कैसे बचें

कोई भी रिवॉर्ड प्राइज को कस्टमर सर्विस से डायरेक्ट वेरिफाई करें।

किसी अनजान सोर्स से कभी अपनी पर्सनल डिटेल्स जारी न करें।

गिफ्ट कार्ड और रिवॉर्ड जैसे फेक मैसेज पर विश्वास न करें।

QR Code फिसिंग (QR Code Phising)

आज के समय में QR Code के जरिये भी ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। इसमें स्कैमर फेक वेबसाइट और मालवेयर वाले क्यूआर कोड का इस्तेमाल करके ठग करते हैं। जैसे ही कोई यूजर इस तरह के QR Code को स्कैन करता है तो वह फेक वेबसाइट पहुंच जाता है।

कैसे बचें

QR Code स्कैन करने से पहले सोर्स को वेरिफाई करें।

सिक्योर QR Code को स्कैन करें।

URLs कॉपी करने की जगह उसे मैन्युली लिखें।

QR Code स्कैन करने से पहले साइट के URL को वेरिफाई करें।

UPI स्कैम (Fake UPI ID Scam)

भारत में यूपीआई ट्रांजैक्शन बढ़ जाने के बाद से इसके जरिये भी ठगी हो रही है। स्कैमर फेक यूपीआई आईडी के जरिये ठग करते हैं। यह यूपीआई आईडी बड़े ब्रांड के यूपीआई आईडी जैसी ही लगती है।

कैसे बचें

पेमेंट करने से पहले यूपीआई आईडी को डबल चेक करें।

डोनेशन रिक्वेस्ट पर भरोसा न करें।

डोनेशन करने से पहले उस संस्था की पहचान अवश्य करें

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