Nvidia के सिर फिर सजा सबसे मूल्यवान कंपनी का ताज
दुनिया की मोस्ट वैल्यूएबल कंपनी का ताज Nvidia के सिर सज गया है। एपल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज टेक कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए एनवीडिया की शेयर बाजार में वैल्यू 3.53 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गई है। जबकि एपल की वैल्यूएशन वर्तमान में 3.52 ट्रिलियन डॉलर और माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप 3.20 ट्रिलियन डॉलर है। इन तीनों ही कंपनियों के बीच पिछले कई महीनों से कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। याद दिला दें जून में भी कुछ दिनों के लिए एनवीडिया सबसे मूल्यवान कंपनी बनी रही थी।
किस वजह से आई तेजी?
LSEG के आंकड़ों के मुताबिक, नए सुपरकंप्यूटिंग एआई चिप्स की बहुत ज्यादा डिमांड के चलते कंपनी के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। जिसका सीधा असर उसके वैल्यूएशन पर पड़ रहा है। इस महीने यानी अक्टूबर में एनवीडिया के शेयर 18 फीसदी तक चढ़े। कुछ दिन पहले चैटजीपीटी के स्वामित्व वाली ओपनएआई ने फंडिंग राउंड की घोषणा भी की थी, जिसका असर भी कंपनी के वैल्यूशन पर पड़ा। कथित तौर पर एनवीडिया ओपनएआई के सबसे आधुनिक फाउंडेशन मॉडल GPT-4 को ट्रेन करने के लिए चिप बना रही है।
AI चिप्स की मजबूत डिमांड
एजे बेल के निवेश डायरेक्टर रस मोल्ड ने कहा अधिक से अधिक कंपनियां अब अपने रोजमर्रा के काम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को अपना रही हैं। जिसके चलते एनवीडिया के चिप्स की डिमांड मजबूत बनी हुई है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि भविष्य में भी एनवीडिया के शेयरों में तेजी बनी रह सकती है।
बड़ी कंपनियां एआई के मामले में खुद को स्थापित करने के लिए एआई को तरजीह दे रही हैं।
जिसके लिए उन्हें चिप्स की जरूरत पड़ रही है और इसका सबसे ज्यादा फायदा एनवीडिया को हो रहा है, जो सबसे बड़ी चिपमेकर भी है।
भारत भी दे रहा AI इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोर
भारत में जेनसेंग हुआंग का स्वागत करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत के बड़े सपनों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न के चलते भारत आज डिजिटल क्रांति के नए युग में प्रवेश कर रहा है। Nvidia के फाउंडर और सीईओ जेन्सन हुआंग ने भारत को डीप टेक्नोलॉजी हब बनाने में मुकेश अंबानी के प्रयासों की सराहना की। हुआंग ने भारत के IT क्षेत्र की क्षमता की प्रशंसा करते हुए कहा कि दुनिया में बहुत कम देश हैं जहां कंप्यूटर साइंस और IT के क्षेत्र में इतने सारे प्रशिक्षित लोग हैं।