अहोई अष्टमी पर रचाएं हाथों पर मेहंदी

करवा चौथ के बाद अहोई अष्टमी का व्रत किया जाता है। हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी के रूप में मनाते हैं। इस वर्ष अहोई अष्टमी का व्रत 24 अक्तूबर 20024 को मनाया जा रहा है। अहोई अष्टमी के दिन  निर्जला उपवास किया जाता है। इस दिन पुत्रवती महिलाएं व्रत करती हैं। उनके लिए यह व्रत अत्यन्त महत्वपूर्ण माना जाता है। अहोई अष्टमी के मौके पर माताएं दिनभर उपवास रखती हैं और शाम को तारे दिखाई देने पर पूजा करके तारों को करवा से अर्घ्य भी देती हैं।

अहोई अष्टमी के मौके पर माता स्याही और अहोई माता की पूजा की जाती हैं। जो महिलाएं अहोई अष्टमी का उपवास कर रही हैं, वो पुत्र की लंबी आयु की कामना के साथ अपने हाथों में सुंदर मेहंदी रचा सकती हैं। यहां अहोई अष्टमी के लिए आसान मेहंदी डिजाइन की तस्वीरें दी जा रही हैं, जिसे हथेली पर सजाया जा सकता है।

ये मेहंदी डिजाइन हथेली पर काफी खूबसूरत और आकर्षक लगेगी। इस तरह की मेहंदी डिजाइन हर किसी को पसंद आ जाएगी। तस्वीर देखकर मेहंदी डिजाइन को हथेली पर चस्पा कर सकते हैं।

आसान मेहंदी डिजाइन की तलाश में हैं तो इस तरह की डिजाइन ्सरलता से बन जाएगी। साथ ही वक्त भी कम लगेगा। इस तरह की मेहंदी डिजाइन को हथेलियों पर रचने के लिए खूबसूरत लगेगी।

बैक हैंड की मेहंदी डिजाइन की तलाश है तो ये गोलाकार मेहंदी डिजाइन बनानी भी आसान है और इसे रचाने में कम वक्त भी लगेगा। महिलाएं अक्सर जल्दबाजी में हथेली पर मेहंदी का गोल टीका लगा लेती हैं। लेकिन इसी गोलाकार टीके को डिजाइन का रूप देकर आकर्षक मेहंदी डिजाइन रचा सकते हैं।

गोलाकार मेहंदी डिजाइन को भरवा डिजाइन के साथ मर्ज करके ऐसी खूबसूरत मेहंदी डिजाइन बना सकते हैं। इस तरह की डिजाइन रचने के बाद हथेली की शोभा बढ़ा सकती है।

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